जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । भारतीय सेना ने आज दावा किया कि हाल ही में जम्मू-कश्मीर के नौशेरा सेक्टर में की गई कार्रवाई में पाकिस्तान की कई चौकियों को तहस नहस कर दिया गया है. हालांकि पाकिस्तान ने भारत की तरफ़ से हुई ऐसी किसी भी कार्रवाई से इनकार किया है.
एसपीआर के एक अधिकारी मेजर जनरल आसिफ़ ग़फ़ूर ने ट्वीट किया, ”नौशेरा में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी पोस्ट को नष्ट करने और आम नागरिकों पर पाकिस्तानी सेना की फ़ायरिंग के भारत के दावे ग़लत हैं.”
इससे पहले भारतीय सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल अशोक नरूला ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि पाकिस्तान ने 20 और 21 मई कौ नौशेरा सेक्टर में कार्रवाई की थी, इसके जवाब में भारतीय सेना ने ये कार्रवाई की है.
उन्होंने कहा कि गर्मियों में अब बर्फ़ पिघलने से घुसपैठ बढ़ने की आशंका है, लेकिन भारतीय सेना की तैयारी पूरी है. नौशेरा में हुई कार्रवाई में कथित तौर पर चार चरमपंथियों को मारा गया था. उन्होंने यह भी कहा कि ‘हमारी कोशिश जम्मू-कश्मीर में शांति बहाल करना है. इसके लिए ज़रूरी है कि नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ को प्रभावी तरीके से रोका जाए.’
इस मौके पर सेना ने एक वीडियो भी जारी किया है. तकरीबन 21 सेकंड के इस वीडियो में 10-11 धमाके होते दिख रहे हैं.
भारतीय सेना के प्रवक्ता ने इस कथित हमले की तारीख़ नहीं बताई. उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी चौकियों को ‘हाल ही में, बहुत हाल ही में’ निशाना बनाया गया.
भारतीय सेना ने जम्मू-कश्मीर के नौशेरा सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पार उन पाकिस्तानी सेना के ठिकानों पर किये गये पलटवार का अभियानगत ब्योरा नहीं दिया है, जो घुसपैठ में मदद करते हैं. हालांकि, सेना के सूत्रों ने बताया कि भारतीय सुरक्षा बल के दो कर्मियों का सिर काटे जाने की घटना के नौ दिन बाद नौ मई को इस घटना को अंजाम दिया गया.
अतिरिक्त महानिदेशक जन सूचना मेजर जनरल एके नरुला ने कहा, ‘’हमारे सैनिकों द्वारा नौशेरा सेक्टर में हाल में की गयी कार्रवाई से पाक सेना की उन चौकियों को नुकसान पहुंचा है, जो घुसपैठ का समर्थन कर रही हैं. यह आतंकवाद से मुकाबला करने की हमारी समग्र रणनीति का अंग है.’ सूत्रों ने बताया कि यह हमला पाकिस्तान को संदेश था कि सीमा पार से होनेवाले घुसपैठ के किसी भी प्रयास के खिलाफ सेना कठोर कार्रवाई करेगी और उसकी तीव्रता बढ़ती जायेगी.
सरकार ने सेना की इस कार्रवाई का समर्थन किया और रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि सरकार को जम्मू कश्मीर में शांति बहाल करनी है और शांति सुनिश्चित करने के लिए ऐसी कार्रवाई जरूरी है. रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि सेना कश्मीर घाटी में आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए इस प्रकार की पहले से सोच समझ कर और नपी तुली कार्रवाई कर रही है.
रक्षा मंत्री ने ट्वीट किया, ‘‘सरकार नियंत्रण रेखा के परे भारतीय सेना की कार्रवाई का समर्थन करती है, जम्मू-कश्मीर में शांति सुनिश्चित करने के लिए इस प्रकार की कार्रवाई की आवश्यकता है.’ उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘भारतीय सेना घार्टी में आतंकवाद का मुकाबला करने और घुसपैठ का समर्थन करनेवाली नियंत्रण रेखा के परे पाक की चौकियों को अलग हटा रही है.’