जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली. कोविड-19 का प्रकोप लगभग सभी बड़ी कंपनियों को अपनी चपेट में ले रहा है। पिछले साल 20,000 लोगों को नौकरी देने वाली कंपनी गूगल इस साल भी करीब इतनी ही संख्या में हायरिंग करने जा रहा था। हालांकि कोविड-19 महामारी के चलते वैश्विक आर्थिक मंदी के बीच गूगल कंपनी अब नई हायरिंग नहीं करेगी। गूगल की तरफ से ऐलान किया गया है कि कोरोनावायरस की वैश्विक महामारी के चलते कंपनी हायरिंग से अलग हटकर निवेश पर जोर देगी। यह निवेश एक रणनीतिक एरिया में किया जाएगा। कंपनी फिलहाल डेटा सेंटर और मार्केटिंग जैसे क्षेत्र में निवेश की योजना बना रही है। इस बात की जानकारी उन्होंने अपने कर्मचारियों को एक ईमेल के जरिए दी।
कंपनी ने एक बयान में कहा है कि ‘हमलोग कुछ समय के लिए हायरिंग प्रक्रिया को कम करना चाहते हैं। इस समय हमारा फोकस अन्य क्षेत्रों में व्यवसाय को बढ़ाना है।’ सुंदर पिचाई ने कहा,’ हम अपने मिशन को इसी तरह आगे बढ़ाते रहेंगे। इस समय दुनिया की अर्थव्यवस्था 2008 के वित्तीय संकट जैसी स्थिति में ही है और हमें 2008 की परिस्थितियों से सबक लेना चाहिए। सुंदर पिचाई ने कहा कि कर्मचारियों की लो हायरिंग के बावजूद भी हम निवेश करना जारी रखेंगे।’
हाल ही में कोरोनावायरस महामारी का मुकाबला करने के लिए पिचई ने‘गिव इंडिया’ को पांच करोड़ रुपए दान करने का ऐलान किया था। इससे पहले गूगल ने कोविड-19 महामारी से निपटने के प्रयासों के तहत 80 करोड़ डॉलर से अधिक की सहायता देने की घोषणा की थी। इसमें एनजीओ और बैंकों के लिए 20 करोड़ डॉलर का निवेश कोष शामिल है, जिससे छोटे कारोबारियों की पूंजी जुटाने में मदद की जाएगी।