जनजीवन ब्यूरो / लखनऊ। दिल्ली में आम लोगों को साफ व पीने योग्य पानी भी सही तरीके से उपलब्ध न करवा पाने के कारण दिल्ली सरकार के खिलाफ प्रतिदिन धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। लेकिन आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल उत्तर प्रदेश की जनता को चुनावी मौसम में लाॅली पाॅप दिखा रहे हैं। आम आदमी पार्टी के लाॅली पाॅप वाले वादे पर संसदीय कार्य और चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना आज जमकर बरसे। खन्ना ने आम आदमी पार्टी का बिना नाम लिए कहा कि झूठे आरोप लगाना और फिर कोर्ट में माफी मांगना, एक दल की परिपाटी हो गई है। उसी परिपाटी को अपनाकर उस दल के एक नेता सनसनीखेज आरोपों से लोगों को बहकाने में लगे हुए हैं, लेकिन वह यह नहीं बताते कि उन्होंने अपने यहां दिल्ली में यूपी से महंगे दामों पर मेडिकल उपकरण क्यों खरीदे? ऐसी क्या मजबूरी है कि इस पर उनकी सरकार के होंठ सिल गए हैं? यह तो वही बात है कि उलटा चोर कोतवाल को डांटे।
यह बातें उन्होंने आज आवास पर पत्रकारों से बातचीत में कहीं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही कुछ दलों के नेता मुंगेरीलाल के हसीन सपने देखने लगे हैं। कोई बिजली मुफ्त देने का लॉलीपॉप दे रहा है, तो कोई पहली कैबिनेट बैठक में 10 लाख लोगों को नौकरी देने की बात कर रहा है। उन्होंने कहा कि योगी सरकार में पहले की तरह केवल चार जिलों को बिजली नहीं दी गई है, बल्कि हर घर तक निर्बाध बिजली पहुंचाई गई है। नौकरी और रोजगार के मामले में सरकार ने रिकार्ड कायम किया है। चार सालों में चार लाख लोगों को सरकारी नौकरी और निजी क्षेत्र में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से दो करोड़ लोगों को रोजगार मुहैया कराया गया है। सरकार का मिशन रोजगार आगे भी जारी है।
*बिजली न पानी, केजरीवाल तेरी यह कैसी कहानी*
चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने दिल्ली सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि जो दिल्ली की जनता को न पानी दे पा रहा हो और न ही बिजली दे पा रहा हो, वह दूसरे राज्यों में जनता को भ्रमित करने में लगा है। सात सालों के बाद भी दिल्ली में यमुना मैली की मैली है और उसकी सफाई के नाम पर करोड़ों रुपए हजम कर लिए गए। इन पैसों का हिसाब जनता को कब और कौन देगा, इसे केजरीवाल सरकार को बताना चाहिए।
*प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति पर कर रही काम*
उन्होंने कहा कि कुछ नेताओं ने तो हद ही पार कर दी है। उन्हें यह भलीभांति जानकारी होनी चाहिए कि प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। कोरोना काल में न तो वह लोगों को इलाज मुहैया करा पाए और न ही उसके बाद टीका तक लगवा पाए। लोगों को मजबूर होकर इलाज और टीके के लिए दिल्ली से वेस्ट यूपी आना पड़ा। योगी सरकार ने सबका निशुल्क इलाज और टीकाकरण भी कराया।