जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । मानसून सत्र के तीसरे दिन आज गुरुवार को भी संसद की कार्यवाही विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ गयी. बता दें कि आज जैसे ही राज्यसभा और लोकसभा में कार्यवाही शुरू हुई, विपक्षी दलों के नेताओं ने कृषि कानून और पेगासस समेत अन्य मुद्दों पर मोदी सरकार पर हल्ला बोल दिया. लोकसभा में किसान बिल वापसी और स्नूपिंग को लेकर भारी हंगामा हुआ. कांग्रेस, डीएमके, टीएमसी, बीएसपी समेत सभी विपक्षी दल वेल में पहुंच कर हंगामा करने लगे. लोकसभा की कार्यवाही आज तीसरी बार स्थगित हुई है.लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्षी सांसदों से शांति बनाये रखने की अपील की. विपक्ष के हंगामे को अनुचित बताते हुए कहा कि सदन की मर्यादा बनाये रखना उनकी भी जिम्मेदारी है.
राज्यसभा में आज सूचना तकनीकी मंत्री अश्विनी वैष्णव जब पेगासस पर स्टेटमेंट देने के लिए खड़े हुए तो टीएमसी के सांसद शांतनु सेन ने उनके हाथ से पेपर छीनकर फाड़ डाला और उपसभापति की ओर उछाल दिया. जिसके बाद सदन में होः-हंगामा होने लगा. भाजपा सांसद भी आगे बढ़ गये. मामला बढ़ता देख उपसभापति ने सदन की कार्यवाही कल तक के लिए स्थगित कर दी.
आज लोकसभा में कार्यवाही शुरू होते ही कृषि कानून के खिलाफ विपक्ष के सांसद हंगामा करने लगे. वह सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे थे.. इस दौरान लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्षी सांसदों से शांति बनाये रखने की अपील की.ओम बिरला ने विपक्ष के हंगामे को अनुचित बताते हुए कहा कि सदन की मर्यादा बनाये रखना विपक्ष की भी जिम्मेदारी है. लोकतंत्र को सशक्त बनाना हम सब का सामूहिक दायित्व है. जनता ने हमें हंगामा करने और तख्तियां दिखाने के लिए नहीं भेजा है. उन्होंने कहा कि आप सदन के माध्यम से जनता की समस्याएं और उनके अभाव सरकार तक पहुंचायें.