जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । राष्ट्रीय परशुराम परिषद द्वारा आगामी 19-20 जून 2022 को हरिद्वार में होने जा रहे श्री परशुराम संसद के आयोजन के सम्बन्ध में प्रथम बैठक संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता संस्थापक संरक्षक माननीय प. सुनील भराला, मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा की गयी। बैठक का संचालन एस.के. शर्मा राष्ट्रीय सह संयोजक राष्ट्रीय परशुराम परिषद द्वारा किया गया ।
सुनील भराला ने अपने संबोधन में कहा कि दिनांक 19 – 20 जून 2022 को देवभूमि हरिद्वार में राष्ट्रीय परशुराम परिषद् द्वारा भगवान श्री परशुराम जी के जीवन वृतान्त जन्मस्थली. विद्यास्थली, कर्मस्थली, युद्धस्थली इत्यादि का ऐतिहासिक ,पौराणिक, वैदिक तथा विविध भारतीय लोक संस्कृतियों के आधार पर संकलन करने के लिए दो दिवसीय श्री परशुराम संसद का आयोजन किया जाना प्रस्तावित है । परशुराम संसद में ऐतिहासिक ,पौराणिक, वैदिक तथा विविध भारतीय लोक संस्कृतियों के आधार उद्घोष किया जायेगा। बैठक में श्री परशुराम संसद आयोजन हेतु टीम का गठन किया गया। प्रो.आनंद कुमार शर्मा, दिल्ली युनिवर्सिटी को श्री परशुराम संसद का संयोजक नियुक्त किया गया है।
सुनील भराला ने कहा कि प्रथम चरण में भारत के देवालय शिवालय / मंदिरों में भगवान श्री परशुराम जी के मूर्ती स्थापन का कार्य किया जायेगा। जयपुर के मूर्तिकार से वार्ता कर शीघ्र ही 10,000 मूर्ती बनवाया जायेगा तथा मूर्ती स्थापन कराने के लिए राष्ट्रीय परशुराम परिषद के लांच होने वाले मोबाईल एप्लीकेशन के माध्यम से मंदिर के न्यासी / पुजारी तथा संचालन कमेटी आवेदन कर सकेंगे।
डॉ. पूनम पराशर झा, राष्ट्रीय अध्यक्ष परशुराम शक्ति वाहिनी ने कहा कि श्री परशुराम संसद आयोजन से पूर्व दिल्ली के कंस्टीट्यूशनल क्लब में राष्ट्रीय परशुराम परिषद की बैठक आयोजित की जाएगी जिसमे श्री परशुराम संसद के सफल आयोजन हेतु विचार विमर्श किया जायेगा।
एस.के. शर्मा , राष्ट्रीय सह संयोजक राष्ट्रीय परशुराम परिषद ने कहा कि काशी विद्वत संसद के सानिध्य में एक बैठक आयोजित किया जायेगा। बैठक में पूज्य संतों एवं विद्वानों के मार्गदर्शन से श्री परशुराम संसद के आयोजन को और सफल और भव्य बनाया जा सके |