अमलेंदु भूषण खां / नई दिल्ली। उदयपुर में होने वाले चिंतन शिविर को लेकर कांग्रेस ने संगठन को चुस्त-दुरूस्त करने एवं किसान, रोजगार और आर्थिक मंदी समेत हरेक पहूलओं पर पूरी तैयारी कर लिया है।
राहुल गांधी इस शिविर में हिस्सा लेने के लिए चेतक एक्सप्रेस से ही उदयपुर निकलेंगे। इस बाबत ट्रेन की दो बोगियां आरक्षित करवाई गई है। बताया जा रहा है कि राहल गांधी के साथ पार्टी के फ्रंटल संगठन मसलन युवा कांग्रेस और महिला कांग्रेस के अध्यक्ष उनके साथ यात्रा में शामिल रहेंगे। इसके अलावा उनके साथ कई और नेता भी जाएंगे। प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी फ्लाइट से ही जाने वाले हैं।
शिशिर में एक परिवार-एक टिकट और एक व्यक्ति -एक पद के अलावा कांग्रेस न छोड़ने का शपथ अहम रहनेवाला है। चर्चा है कि इन सभी पहलुओं का कांग्रस अध्यक्ष सोनिया गांधी चिंतन शिविर से घोषणा करेगी, जिसके बाद प्रस्तावित होगा,उसके बाद यह पार्टी संविधान का हिस्सा बनेगा।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कांग्रेस की ओर से संगठन से लेकर नैरेटिव तक में कायापलट की तैयारी है। चिंतन शिविर में पार्टी की ओर से नेताओं को शपथ भी दिलाई जा सकती है कि वे दल को छोड़कर नहीं जाएंगे। निष्ठा की शपथ लेते हुए लोगों से यह कहा जाएगा कि वे खुद और अपने समर्थकों को पार्टी में बनाए रखने का वादा करें। नेताओं को रोकना भी एक चुनौती है। इसके अलावा सबसे अहम प्रस्ताव यह पारित हो सकता है कि पार्टी में एक व्यक्ति को एक ही पद मिलेगा। इसके अलावा एक परिवार में एक व्यक्ति को ही टिकट दिए जाने का फॉर्मूला लागू किया जा सकता है।
कांग्रेस को उम्मीद है कि यह चिंतन उसके लिए 2003 वाला मोमेंट साबित होगा, जब 2004 के आम चुनाव में उसने अप्रत्याशित सफलता हासिल की थी। इस बार कांग्रेस दलित, ओबीसी और अल्पसंख्यक नेताओं को संगठन में 50 फीसदी आरक्षण देने का प्रस्ताव पारित कर सकती है।