जनजीवन ब्यूरो / लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानसभा का पहला सत्र सोमवार से शुरू हो चुका है। ऐसे में यूपी में दूसरी बार बीजेपी की सरकार बनने के बाद ये पहला बजट सत्र है। एक तरफ जहां विपक्ष लगातार बढ़ती महंगाई और चुनावों में किए गए बीजेपी के वादों को पूरा करने का दबाव बना रही है तो दूसरी तरफ बीजेपी भी विपक्ष के सवालों का जवाब देने के लि पूरी तरह से तैयार है। इस बीच 26 मई को यूपी के मुख्यमंत्री की लगातार दूसरी बार जिम्मेदारी संभाल रहे योगी आदित्यनाथ अपने दूसरे कार्यकाल का पहला बजट पेश करने जा रहे हैं।
योगी 2.0 के दूसरे कार्यकाल का पहला बजट 26 मार्च को पेश किया जाएगा। इस दौरान वार्षिक बजट 2022-23 आगामी मसौदा 26 मई को सदन में रखा जाएगा। जानकारी के मुताबिक वित्तीय वर्ष का करीब छह लाख करोड़ रुपए का बजट प्रस्तुत किया जाएगा। चुनावों में बंपर जीत के बाद योगी सरकार का यह पहला बजट है, जिसको लेकर जनता को काफी उम्मीदें है। माना जा रहा है कि इस बार के बजट में जनता को बिजली में थोड़ी राहत मिल सकती है।
विपक्षी दल समाजवादी पार्टी सदन में लगातार महंगाई, बेरोजगारी, कानून व्यवस्था, भर्ती परीक्षाओं को लेकर उठ रहे सवाल, स्वास्थ्य व्यवस्था, बेहिसाब बिजली कटौती और किसानों के मुद्दों को उठा रही है, जिस पर सरकार ने साफ कहा है कि वो हर मुद्दे पर चर्चा करने के लिए तैयार है।
इससे पहले यूपी सरकार ने उत्तर प्रदेश को ‘आत्मनिर्भर’ बनाने के मकसद से वित्त वर्ष 2021-22 के लिए 5 लाख 50 करोड़ रुपए का बजट पेश किया था, जिसमें योगी सरकार ने बजट के अंदर 27,598 करोड़ रुपए की नई योजनाओं का ऐलान किया था। ऐसे में इस बार का बजट काफी खास है।