जनजीवन ब्यूरो / पटना : बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया है और साथ ही 160 विधायकों की सूची सौंपकर राज्यपाल से सरकार बनाने का दावा किया है। बिहार में जेडीयू और भाजपा की राहें अलग-अलग हो गई हैं और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आधिकारिक तौर पर विधायकों की बैठक में भारतीय जनता पार्टी से अलग होने का ऐलान कर दिया है। नीतीश कुमार आज शाम चार बजे राज्यपाल से मुलाकात करेंगे और सूत्रों का कहना है कि इस दौरान आरजेडी नेता तेजस्वी यादव भी उनके साथ होंगे। इससे पहले नीतीश कुमार और लालू प्रसाद यादव ने अपने-अपने आवास पर विधायकों की बैठक भी भी की।
शाम चार बजे राज्यपाल से मिलेंगे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, आरजेडी नेता तेजस्वी यादव भी रह सकते हैं साथ। बिहार की नई सरकार में नीतीश कुमार बने रहे सकते हैं मुख्यमंत्री, आरजेडी को मिल सकता है डिप्टी सीएम का पद, कांग्रेस को दी जा सकती है स्पीकर की पोस्ट।
केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर का कहना है कि भाजपा ने अपनी तरफ से कभी भी ऐसा कुछ शुरू नहीं किया, जिससे विवाद पैदा हो या उनके बीच अनिश्चितता की स्थिति बने, फैसला जेडीयू को करना है लेकिन भाजपा निश्चित रूप से चाहती है कि नीतीश कुमार मुख्यमंत्री बने रहें।
उन्होंने कहा भाजपा चाहती है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में जेडीयू-भाजपा और अन्य दलों की सरकार मजबूती से काम करती रहे और यह बिहार के साथ-साथ देश के हित में भी है।
महागठबंधन की बैठक में आरजेडी के विधायकों, एमएलसी और सांसदों ने तेजस्वी यादव को सभी फैसला लेने के लिए अधिकृत किया और कहा कि वे उनके साथ हैं। लालू प्रसाद यादव हर हरकत पर करीब से नजर रख रहे हैं लेकिन सारे फैसले तेजस्वी यादव ले रहे हैं