जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने 5 मई को 4,750 केंद्रों पर एनईईटी परीक्षा आयोजित की, जिसमें लगभग 24 लाख उम्मीदवारों ने भाग लिया। धर्मेंद्र प्रधान ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, लगभग 1560 छात्रों के लिए अदालत द्वारा अनुशंसित मॉडल अपनाया गया और इसके लिए शिक्षाविदों का एक पैनल बनाया गया है। केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, “कोई पेपर लीक नहीं हुआ है, अभी तक कोई सबूत नहीं मिला है। धर्मेंद्र प्रधान ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “लगभग 1560 छात्रों के लिए अदालत द्वारा अनुशंसित मॉडल अपनाया गया और इसके लिए शिक्षाविदों का एक पैनल बनाया गया है।
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने 5 मई को 4,750 केंद्रों पर एनईईटी परीक्षा आयोजित की, जिसमें लगभग 24 लाख उम्मीदवारों ने भाग लिया। परिणाम 14 जून को निर्धारित किए गए थे, लेकिन उत्तर पुस्तिकाओं के तेजी से मूल्यांकन के कारण पहले 4 जून को घोषित किए गए थे। कुल 67 छात्रों ने 720 का परफेक्ट स्कोर हासिल किया, जो एनटीए के इतिहास में पहली बार है। उनमें हरियाणा के फ़रीदाबाद के एक केंद्र के छह छात्र भी शामिल थे, जिसके चलते अनियमितताओं को लेकर शंका गहराती गई।
नीट परीक्षा को लेकर मंत्री ने कहा, “4,000 केंद्रों पर हमेशा प्रश्नों के दो सेट होते हैं। उसी दिन, उन्हें सूचित किया जाता है कि प्रश्नों का कौन सा सेट खोला जाना चाहिए। छह केंद्रों पर गलती से पेपर का गलत सेट खुल गया। इसलिए इसे ठीक करने में 30-40 मिनट लग गए। प्रश्नों के दो सेट कोई नई बात नहीं है, यह प्रथा वर्षों से चली आ रही है।” वहीं नीट परीक्षा को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने आरोप लगाया कि सरकार ने “बड़े घोटाले” के बारे में कुछ नहीं कहा है। गोगोई ने कहा, “यह निर्णय लिया गया है कि 1,563 छात्रों के स्कोरकार्ड रद्द कर दिए जाएंगे, और उन्हें 23 जून को दोबारा परीक्षा देने का विकल्प दिया जाएगा। अगर कुछ छात्र दोबारा परीक्षा नहीं देना चाहते हैं, तो ग्रेस मार्क्स दिए जाएंगे। लेकिन बड़े घोटाले को लेकर सरकार बचने की कोशिश कर रही है।”