जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली : हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी ने जैसे ही 67 उम्मीदवारों के नाम की घोषणा की वैसे ही पार्टी में बगावत हो गई । विधानसभा चुनाव 2024 में बगावत करने वालों नेताओं ने कहीं पर पार्टी से इस्तीफा दे दिया तो कहीं तो निर्दलीय ताल ठोकने की बात कह रहे हैं। भाजपा के ये ‘बागी’ कई सीटों पर हार-जीत का गणित बिगाड़ सकते हैं।
भाजपा उम्मीदवारों की पहली सूची के बागी
भाजपा से सांसद नवीन जिंदल की मां और पूर्व मंत्री सावित्री जिंदल ने भाजपा के टिकट न मिलने के बाद बगावती रुख अपना लिया है। सावित्री जिंदल ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि मैं तो चुनाव लड़ूंगी। इस बयान से राजनीतिक हलचल और तेज हो गई है। सावित्री जिंदल का यह फैसला भाजपा के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है, क्योंकि वह एक महत्वपूर्ण और प्रभावशाली नेता रही हैं।
देश की सबसे अमीर महिला को भी भाजपा ने टिकट नहीं दिया तो उन्होंने बगावत कर डाली। सावित्री जिंदल हिसार से टिकट मांग रही थीं, मगर भाजपा ने मौजूदा विधायक कमल गुप्ता को उम्मीदवार बनाया है। ऐसे में गुरुवार सुबह सावित्री जिंदल ने समर्थकों को सम्बोधित किया और निर्दलीय चुनाव लड़ने का ऐलान किया। खुद भी पूर्व में विधायक रह चुकी सावित्री जिंदल के बेटे नवीन जिंदल वर्तमान में कुरुक्षेत्र से सांसद हैं।
रणजीत चौटाला रानिया सीट
सिरसा जिले के रानियां सीट से टिकट नहीं मिलने से नाराज राज्य मंत्री रणजीत चौटाला भाजपा से इस्तीफा दे चुके हैं। चौटाला पहले रानियां सीट से निर्दलीय चुनाव जीत भी चुके हैं। निर्दलीय जीतकर ही भाजपा में शामिल हुए थे। भाजपा ने रानियां से शीशरपाल कंबोज को टिकट दिया है।
लक्ष्मण दास नापा रतिया सीट
रतिया विधानसभा क्षेत्र से पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल को टिकट दिए जाने से नाराज होकर रतिया के वर्तमान विधायक लक्ष्मण नापा ने पार्टी को अलविदा कह दिया है। नापा ने बुधवार देर रात को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मोहनलाल बडोली को अपना इस्तीफा भेज दिया। पार्टी ने सिरसा की पूर्व सांसद सुनीता दुग्गल को मैदान में उतारा है।
कर्णदेव कंबोज इंद्री सीट
पूर्व मंत्री कर्ण देव कंबोज ने इंद्री सीट से टिकट नहीं मिलने पर पार्टी छोड़ दी। भाजपा पदाधिकारियों को भेजे इस्तीफे में लिखा कि पार्टी में नुकसान पहुंचाने वाले गद्दारों को तवज्जो दी जा रही है, जबकि वफादार कार्यकर्ताओं को नजरअंदाज किया जा रहा है। भाजपा ने इंद्री से रामकुमार कश्यप को टिकट दिया है।
कविता जैन सोनीपत सीट
भाजपा ने सोनीपत सीट पर 20 साल में पहली ‘पंजाबी’ दांव खेलते हुए निखिल मदान को मैदान में उतारा। पिछली बार चुनाव हार चुकीं पूर्व कैबिनेट मंत्री कविता जैन मंच पर भावुक हो गई और बोलीं कि उन्होंने आलाकमान तक अपनी बता पहुंचाइ है। 8 सितंबर को कार्यकर्ताओं से बातचीत करके आगामी फैसला लेंगी।
वहीं, हरियाणा के बिजली मंत्री रणजीत चौटाला ने भी भाजपा के खिलाफ बगावती सुर अपनाए हैं। इस कड़ी में रणजीत सिंह ने भाजपा को छोड़कर निर्दलीय चुनाव लड़ने का एलान किया है। जानकारी के अनुसार 8 सितंबर को रानियां में शक्ति प्रदर्शन करेंगे। रणजीत ने कहा कि भाजपा हाईकमान ने मुझे डबवाली से चुनाव लड़ने का ऑफर दिया है, लेकिन मैंने यह ऑफर ठुकरा दिया।
दीपक हुड्डा को टिकट दिए जाने से नाराज बीजेपी रोहतक कार्यकारिणी ने सामूहिक इस्तीफा दिया।