जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी आरईसी लि. का चालू वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में एकीकृत शुद्ध लाभ 23 प्रतिशत बढ़कर 4,076.35 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी ने बृहस्पतिवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि उसे पिछले वित्त की समान तिमाही में 3,308.42 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था। बाजार में लिस्टेड कई कंपनियां Q3 रिजल्ट्स के साथ ही डिविडेंड का भी ऐलान किया है, और REC ने भी इनमें अपना नाम शामिल किया है। बता दें कि कंपनी ने अपने निवेशकों के लिए अंतरिम डिविडेंड का भी ऐलान किया है जिसके लिए रिकॉर्ड डेट और पेमेंट डेट भी तय कर दी गई है।
समीक्षाधीन तिमाही में कंपनी की कुल आय बढ़कर 14,286.91 करोड़ रुपये हो गई, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 12,071.54 करोड़ रुपये थी। वित्त वर्ष 2024-25 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में कंपनी का कुल व्यय 9,105.94 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 7,899.85 करोड़ रुपये था।
कंपनी के निदेशक मंडल ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए तीसरे अंतरिम लाभांश के रूप में प्रत्येक शेयर पर 4.30 रुपये देने का निर्णय लिया है।
निदेशक मंडल ने 14 फरवरी 2025 ‘रिकॉर्ड तिथि’ तय की यानी जो भी व्यक्ति इस तारीख तक कंपनी के शेयरधारक होंगे, उन्हें यह लाभांश मिलेगा।
REC ने एक एक्सचेंज फाइलिंग के माध्यम से जानकारी दी कि वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए प्रत्येक 10 रुपये के फेस वैल्यू वाले इक्विटी शेयर पर 4.30 रुपये की दर से अंतरिम डिविडेंड की घोषणा की गई है। इसके अलावा, उक्त अंतरिम डिविडें के लिए रिकॉर्ड तिथि शुक्रवार, 14 फरवरी, 2025 है।
इसके अलावा कंपनी ने बताया कि उक्त अंतरिम डिविडेंड का भुगतान 6 मार्च, 2025 को या उससे पहले उन शेयरधारकों को किया जाएगा। डिविडेंड का भुगतान उन शेयरधारकों को किया जाएगा जिनके नाम इलेक्ट्रॉनिक रूप में रखे गए शेयरों के संबंध में 14 फरवरी, 2025 को कारोबारी समय की समाप्ति पर डिपॉजिटरी द्वारा प्रस्तुत डिटलेस में लाभकारी के रूप में दिखाई शामिल होंगे या भौतिक शेयरों के संबंध में 14 फरवरी, 2025 को सदस्यों के रजिस्टर में सदस्य के रूप में शामिल होंगे।
REC ने दिसंबर 2024 को समाप्त तीसरी तिमाही के लिए अपने परिणामों की घोषणा की, जिसमें पिछले साल की समान तिमाही में 10,066.31 करोड़ रुपये की तुलना में इसके शुद्ध लाभ में 15% की साल-दर-साल (YoY) वृद्धि दर्ज की गई, जो 11,574.25 करोड़ रुपये रही। 31 दिसंबर, 2024 को समाप्त अवधि के लिए कंपनी का परिचालन से कुल राजस्व 41,033.01 करोड़ रुपये बताया गया है, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह 34,827.57 करोड़ रुपये था। यह साल-दर-साल लगभग 17.81% की वृद्धि दर्शाता है। इसके अलावा, आरईसी की कुल आय, जिसमें परिचालन से राजस्व के अलावा अन्य आय भी शामिल है, 2023 में 34,864.57 करोड़ रुपये से बढ़कर 41,085.66 करोड़ रुपये हो गई। कंपनी के अनुसार सभी क्षेत्रों में वृद्धि, ऋण परिसंपत्तियों पर ब्याज दरों को पुनः निर्धारित करने और वित्त लागत के प्रभावी प्रबंधन के कारण, आरईसी अपने स्प्रेड और एनआईएम को बनाए रखने में सक्षम है, जिसके परिणामस्वरूप 31 दिसंबर, 2024 को समाप्त अवधि के लिए कर के बाद 11,477 करोड़ रुपये का मजबूत लाभ हुआ है। परिणामस्वरूप, 31 दिसंबर, 2024 को समाप्त अवधि के लिए प्रति शेयर आय (ईपीएस) 31 दिसंबर, 2023 को 50.65 रुपये प्रति शेयर के मुकाबले बढ़कर 58.11 रुपये (वार्षिकीकृत) प्रति शेयर हो गई। प्रबंधनाधीन परिसंपत्ति (एयूएम) ने अपनी वृद्धि की गति को बनाए रखा है और 31 दिसंबर, 2023 तक ₹4.97 लाख करोड़ की तुलना में निरंतर आधार पर बढ़कर ₹5.65 लाख करोड़ हो गई है।
मुनाफे में वृद्धि से सहायता प्राप्त, नेटवर्थ 31 दिसंबर, 2024 तक ₹76,502 करोड़ हो गई है, जबकि 31 दिसंबर, 2023 तक यह ₹64,787 करोड़ थी, जो पिछले वर्ष की तुलना में 18% की वृद्धि दर्ज करती है।
भविष्य में विकास को समर्थन देने के लिए पर्याप्त अवसर का संकेत देते हुए, कंपनी का पूंजी पर्याप्तता अनुपात (सीआरएआर) 31 दिसंबर, 2024 तक 25.33% के आरामदायक स्तर पर है।
अपने शेयरधारकों को पुरस्कृत करने की परंपरा को जारी रखते हुए, कंपनी के निदेशक मंडल ने ₹4.30 प्रति इक्विटी शेयर (₹10/- प्रत्येक के अंकित मूल्य पर) का तीसरा अंतरिम लाभांश घोषित किया है।
Q3 FY25 बनाम Q3 FY24 (स्टैंडअलोन)
– शुद्ध लाभ: ₹4,029 करोड़ बनाम ₹3,269 करोड़, 23% की वृद्धि
– शुद्ध ब्याज आय: ₹4,930 करोड़ बनाम ₹4,153 करोड़, 19% की वृद्धि
– शुद्ध ऋण-क्षतिग्रस्त परिसंपत्तियाँ 0.82% से घटकर 0.74% हो गईं
– परिचालन से राजस्व: ₹14,157 करोड़ बनाम ₹11,982 करोड़, 18% की वृद्धि
– संवितरण: ₹54,692 करोड़ बनाम ₹46,358 करोड़, 18% की वृद्धि
– कुल आय: ₹14,173 करोड़ बनाम ₹12,000 करोड़, 18% की वृद्धि
– निधियों की औसत लागत: 7.18% 7.28% बनाम, 10 बीपीएस की कमी
– स्प्रेड: 2.95% बनाम 2.85%, 10 बीपीएस की वृद्धि
– शुद्ध ब्याज मार्जिन: 3.66% बनाम 3.61%, 5 बीपीएस की वृद्धि
परिचालन और वित्तीय मुख्य बिंदु: 9 महीने FY25 बनाम 9 महीने FY24 (स्टैंडअलोन)
– शुद्ध लाभ: ₹11,477 करोड़ बनाम ₹10,003 करोड़, 15% की वृद्धि
– शुद्ध ब्याज आय: ₹14,191 करोड़ बनाम ₹11,422 करोड़, 24% की वृद्धि
– परिचालन से राजस्व: ₹40,752 करोड़ बनाम ₹34,533 करोड़, 18% की वृद्धि
– संवितरण: ₹1,45,647 करोड़ बनाम ₹1,22,089 करोड़, 19% की वृद्धि, जिसमें नवीकरणीय ऊर्जा के लिए संवितरण शामिल था:
₹17,612 करोड़ बनाम ₹9,858 करोड़, यानी साल दर साल 79% की वृद्धि
– कुल आय: ₹40,805 करोड़ बनाम ₹34,571 करोड़, 18% की वृद्धि
– स्प्रेड: 2.94% बनाम 2.82%, 12 बीपीएस की वृद्धि
– शुद्ध ब्याज मार्जिन: 3.64% बनाम 3.52%, 12 बीपीएस की वृद्धि
– निवल संपत्ति पर रिटर्न: 21.07%
– बाजार पूंजीकरण: ₹1,31,844 करोड़ बनाम ₹1,08,712 करोड़, 21% की वृद्धि