जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली: एसीबी की टीम ने दिल्ली के पूर्व सीएम केजरीवाल के घर पर छापा मारा। एसीबी के अधिकारियों ने बताया कि नोटिस दे दिया गया है और रिसीव भी हो गया है। आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने नाम लिए बिना भाजपा पर कैंडिडेट्स की खरीद-फरोख्त के आरोप लगाए थे। केजरीवाल ने दावा किया कि उनके विधायकों और उम्मीदवारों को फोन पर 15-15 करोड़ के ऑफर दिए गए। इस मुद्दे पर सभी 70 कैंडिडेट्स की मीटिंग बुलाई थी।
इससे पहले केजरीवाल के आरोपों के बाद भाजपा ने LG वीके सक्सेना को पत्र लिखकर आरोपों की जांच की मांग की थी। LG ने एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) को मामले की जांच का आदेश दिया। इस मामले की जांच के आदेश के बाद एसीबी की टीम अरविंद केजरीवाल के आवास पर पहुंचीं। हालांकि टीम को अंदर नहीं जाने दिया गया। लेकिन अरविंद केजरीवाल के वकीलों ने उनसे लीगल नोटिस मांग लिया। लीगल नोटिस नहीं था। पूछताछ के लिए अंदर नहीं जा सकी।
दरअसल, गुरुवार को आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने आरोप लगाया था कि पार्टी के प्रत्याशियों को भाजपा खरीदना चाहती है और एवज में 15-15 करोड़ रुपए ऑफर दे रही है। इस सनसनीखेज आरोप के बाद पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी और वह भाजपा पर जमकर बरसे। चुनाव नतीजे आने से पहले इस तरह के आरोप को लेकर भाजपा नेताओं ने कहा कि यह हार की बौखलाहट है। साथ ही आरोप को बेबुनियाद बताया। शुक्रवार सुबह भाजपा के नेता विष्णु मित्तल ने इस संबंध में उपराज्यपाल से शिकायत की और उन्हें जांच करने की मांग की। उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने भी हरकत में आकर तुरंत मामले की जांच एसीबी को सौंप दी।
ACB की टीम केजरीवाल के घर के बाहर: एसीबी ने आम आदमी पार्टी नेताओं द्वारा लगाए गए आप की जांच के लिए तीन टीमें बनाई, जिसमें से एक टीम शुक्रवार दोपहर 2बजे के करीब अरविंद केजरीवाल के घर उनसे पूछताछ के लिए पहुंची। हालांकि टीम के पास नोटिस नहीं होने से टीम को अंदर नहीं जाने दिया गया। उधर, आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने जो आरोप लगाए थे, जिन मोबाइल नंबर से विधायक के पास फोन आया था, सबूत देने के लिए खुद एसीबी दफ्तर पहुंचे हैं, जहां उनसे भी पूछताछ की जा रही है।
आम आदमी पार्टी का भाजपा पर आरोप: बता दें कि चुनाव परिणाम आने से ठीक पहले आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह द्वारा लगाए गए उक्त आरोप के बाद पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी एक्स पर लिखा था कि कुछ एजेंसीज दिखा रही हैं कि गाली गलौज पार्टी की 55 से ज़्यादा सीट आ रही हैं। पिछले दो घंटे में हमारे 16 उम्मीदवारों के पास फ़ोन आ गए हैं कि “आप” छोड़ के उनकी पार्टी में आ जाओ, मंत्री बना देंगे और हर एक को 15-15 करोड़ देंगे। अगर इनकी पार्टी की 55 से ज़्यादा सीटें आ रहीं हैं तो हमारे उम्मीदवारों को फ़ोन करने की क्या ज़रूरत है? ज़ाहिर तौर पे ये फ़र्ज़ी सर्वे करवाये ही इसलिए गए हैं ताकि ये माहौल बनाकर कुछ उम्मीदवारों को तोड़ा जा सके। पर गाली गलौज वालों, हमारा एक भी आदमी नहीं टूटेगा। उन्होंने आज अपने निवास पर पार्टी के सभी 70 प्रत्याशियों से बैठक भी की। आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने कहा कि 16 से ज़्यादा लोगों को तोड़ने की कोशिश की गई है। हमने एक फ़ोन नंबर का खुलासा किया है। हम ACB दफ़्तर में शिकायत दर्ज कराने जा रहे हैं। ACB कार्रवाई करने की बजाय ड्रामा क्यों कर रही है? जांच के दौरान सारी बातें सामने आ जाएँगी। जो नंबर ज़ारी किया है, मैं BJP के दलालों से कहना चाहता हूँ कि उस एक पर तो एक्शन लेकर दिखाए।
दिल्ली भाजपा की राज्यपाल से शिकायत
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह द्वारा प्रेस कांफ्रेंस करके भाजपा पर उनके विधायकों को खरीदने के आरोप को लेकर दिल्ली भाजपा की तरफ से मामले की जांच के लिए उपराज्यपाल को शिकायत दी गई है। भाजपा के प्रदेश महामंत्री विष्णु मित्तल ने उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को पत्र लिखकर आम आदमी पार्टी के आरोपों को लेकर एफआईआर दर्ज कर विस्तृत जांच करने का आदेश देने की मांग की है। वहीं भाजपा की शिकायत पर उपराज्यपाल ने संज्ञान लेते हुए एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) को मामले की जांच करने के आदेश दे दिए हैं। उपराज्यपाल को लिखे पत्र में विष्णु मित्तल ने कहा, मैं भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) दिल्ली प्रदेश का महासचिव आपके संज्ञान में लाना चाहता हूं कि अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ सदस्य और राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने 06।02।2025 को एक्स पर पोस्ट किए गए अपने ट्वीट के माध्यम से भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए हैं कि आम आदमी पार्टी (आप) के सात विधायकों को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेतृत्व से फोन आया है और उन्हें आम आदमी पार्टी (आप) छोड़ने और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल होने के लिए प्रत्येक को 15 करोड़ रुपये की पेशकश की गई है। अरविंद केजरीवाल और संजय सिंह द्वारा लगाए गए आरोप बहुत गंभीर प्रकृति के हैं और हम उनके आरोपों की गंभीर और तत्काल जांच की मांग करते हैं।
भाजपा का AAP पर आरोप: पत्र में आगे लिखा, क्योंकि उन्होंने इस तथ्य को प्रमाणित करने के लिए कोई सबूत या साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किया है कि किस-किस व्यक्ति को फोन कॉल आए और किस नंबर से और किस व्यक्ति ने उनसे संपर्क किया। उल्लेखनीय है कि दो दिन पहले ही विधानसभा चुनाव संपन्न हुए हैं और इस तरह की झूठी और भ्रामक जानकारी फैलाकर वह दिल्ली में दहशत और अशांति की स्थिति पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं। अत: आपसे अनुरोध है कि आप भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो और किसी अन्य जांच एजेंसी को आप के मौजूदा 7 विधायकों को 15 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश के संबंध में एफआईआर दर्ज करने और विस्तृत जांच करने का निर्देश दें, जैसा कि उपरोक्त नेताओं ने आरोप लगाया है। यह अनुरोध है कि अरविंद केजरीवाल और संजय सिंह को तलब किया जाए और विधायकों से संपर्क करने वाले व्यक्ति के विवरण और संपर्क के तरीके और माध्यम आदि के संबंध में विस्तृत जांच की जाए ताकि सच्चाई सामने आ सके।