लावण्या झा
ONGC ने वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही (Q4) के नतीजे जारी किए हैं। कंपनी का स्टैंडअलोन राजस्व 3.8% बढ़कर ₹34,982 करोड़ हो गया, जो पिछली तिमाही में ₹33,717 करोड़ था। हालांकि, कंपनी का एबिटा (EBITDA) मामूली रूप से घटकर ₹19,007.5 करोड़ रहा, जो पिछली तिमाही में ₹19,057 करोड़ था। एबिटा मार्जिन 56.5% से घटकर 54.3% हो गया। लेकिन सबसे बड़ी गिरावट नेट प्रॉफिट में देखने को मिली, जो 21.7% घटकर ₹6,448 करोड़ रह गया, जबकि पिछली तिमाही में यह ₹8,240 करोड़ था।
तेल और प्राकृतिक गैस निगम लिमिटेड (ONGC) ने वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए अपने शेयरधारकों को एक अच्छी खबर दी है। कंपनी ने तिमाही नतीजो के साथ ही डिविडेंड का भी ऐलान कर दिया है। लेकिन कंपनी के चौथी तिमाही के नतीजों में गिरावट देखने को मिली है।
कंपनी ने एक एक्सचेंज फाइलिंग में बताया कि कंपनी के निदेशक मंडल द्वारा आगामी वार्षिक आम बैठक में शेयरधारकों की मंजूरी के अधीन ₹5 के फेस वैल्यू वाले प्रत्येक इक्विटी शेयर पर ₹1.25 का अंतिम डिविडेंड देने की सिफारिश की गई है। इसका मतलब है कि कंपनी 25% की दर से डिविडेंड देने जा रही है।
ONGC ने वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही (Q4) के नतीजे जारी किए हैं। कंपनी का स्टैंडअलोन राजस्व 3.8% बढ़कर ₹34,982 करोड़ हो गया, जो पिछली तिमाही में ₹33,717 करोड़ था। हालांकि, कंपनी का एबिटा (EBITDA) मामूली रूप से घटकर ₹19,007.5 करोड़ रहा, जो पिछली तिमाही में ₹19,057 करोड़ था। एबिटा मार्जिन 56.5% से घटकर 54.3% हो गया। लेकिन सबसे बड़ी गिरावट नेट प्रॉफिट में देखने को मिली, जो 21.7% घटकर ₹6,448 करोड़ रह गया, जबकि पिछली तिमाही में यह ₹8,240 करोड़ था।
ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने 31 जनवरी, 2003 से अब तक 56 डिविडेंड घोषित किए हैं। पिछले 12 महीनों में, ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने ₹13.50 प्रति शेयर के बराबर इक्विटी डिविडेंड घोषित किया है। कंपनी के मौजूदा शेयर मूल्य पर, ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉर्पोरेशन लिमिटेड का डिविडेंड यील्ड 5.43 है।
कंपनी के शेयरों का 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर 344.60 रुपये और निचला स्तर 205 रुपये दर्ज है। BSE के आंकड़ों के अनुसार ONGC का मार्केट कैप 3,12,934.45 करोड़ रुपये है। पिछले छह महीने में कंपनी के शेयरों में लगभग 2.70% के करीब की तेजी आई है। वहीं एक साल में कंपनी के शेयर की कीमतों में करीब 11% की गिरावट देखने को मिली है। दो साल की अवधि में शेयरों ने 50% का रिटर्न दिया है।
देश की शीर्ष तेल और गैस उत्पादक कंपनी ओएनजीसी (ONGC) अरब सागर में अपने मुख्य गैस क्षेत्र में 103 कुओं की खुदाई के लिए दो अरब डॉलर का निवेश करेगी। कंपनी अधिकारी ने बताया कि इससे कुल उत्पादन में लगभग 10 करोड़ टन का इजाफा होने की उम्मीद है। ऑयल एंड नेचुरल गैस कॉरपोरेशन (ONGC) के पश्चिमी तट पर तीन मुख्य संपत्तियां हैं, जिनमें मुंबई हाई, हीरा और नीलम तथा वसई और सुदूर तेल एवं गैस क्षेत्र हैं।
103 कुओं को खोदने का लक्ष्य
कंपनी ने इनसे 2021-22 में 2.17 करोड़ टन तेल और 21.68 अरब घनमीटर गैस का उत्पादन किया था। ओएनजीसी के निदेशक (तटीय) पंकज कुमार ने कहा, ‘हमने अगले दो-तीन साल में वसई और सुदुर (बीएंडएस) तेल एवं गैस क्षेत्रों में 103 कुओं को खोदने का लक्ष्य तय किया है।’ उन्होंने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि इससे 10 करोड़ से ज्यादा तेल और तेल समतुल्य गैस का उत्पादन बढ़ जाएगा। इस प्रक्रिया में दो अरब डॉलर से अधिक का निवेश होगा।’
85% कच्चा तेल आयात करता है भारत
ओएनजीसी देश में उत्पादित कुल तेल और गैस के दो-तिहाई का उत्पादन करता है। बढ़ा हुआ उत्पादन ऊर्जा जरूरतों के लिए देश की आयात पर निर्भरता कम कर देगा। भारत लगभग 85 प्रतिशत कच्चा तेल आयात करता है। इसे रिफाइनरियों में पेट्रोल और डीजल जैसे ईंधनों में बदला जाता है। इसके अलावा लगभग प्राकृतिक गैस के लगभग आधे का उत्पादन करता है, जिसका उपयोग बिजली, उर्वरक बनाने, सीएनजी में बदलने और पाइप के जरिये घरों में पहुंचने वाली रसोई गैस में बदलने में किया जाता है।