सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ऑयल इंडिया लिमिटेड (OIL) को मार्च, 2025 को समाप्त तिमाही में घाटे का सामना करना पड़ा। कंपनी ने इस अवधि में समेकित शुद्ध मुनाफे में 35.83 प्रतिशत की भारी गिरावट दर्ज की है। चौथी तिमाही में कंपनी का शुद्ध मुनाफा 1,496.97 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल की समान तिमाही में 2,332.94 करोड़ रुपये था। वहीं, पिछली तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर 2024) में कंपनी ने 1,457.20 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया था। कंपनी ने अपने स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग में यह जानकारी दी।
बीती तिमाही में ऑयल इंडिया की परिचालन आय (रेवेन्यू फ्रॉम ऑपरेशंस) में भी कमी देखी गई। मार्च 2025 को समाप्त तिमाही में कंपनी की परिचालन आय 9,587.82 करोड़ रुपये रही, जो पिछले साल की समान तिमाही की तुलना में 5.6 प्रतिशत कम है। पिछले साल की चौथी तिमाही में यह आंकड़ा अधिक था। इसके अलावा, तीसरी तिमाही में कंपनी की परिचालन आय 9,089.14 करोड़ रुपये थी, जो इस तिमाही में कुछ बढ़ोतरी दर्शाती है।
इसके साथ ही, ऑयल इंडिया के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने शेयरधारकों के लिए 1.50 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के अंतिम डिविडेंड की सिफारिश की है। यह डिविडेंड शेयरधारकों को कंपनी के प्रदर्शन के आधार पर दिया जाएगा। बुधवार को ऑयल इंडिया के शेयर बीएसई पर 426.55 रुपये पर बंद हुए। ऑयल इंडिया लिमिटेड (OIL) ने वित्त वर्ष 2025 या 31 मार्च 2025 को समाप्त होने वाले वित्तीय वर्ष में अपना अब तक का सबसे अधिक कच्चा तेल और प्राकृतिक गैस उत्पादन दर्ज किया। “महारत्न केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम द्वारा कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस का उत्पादन वित्त वर्ष 24 में उपज से 2.95% और 2.2% अधिक था। OIL के अधिकारियों ने कहा कि यह कर के बाद ₹6,114.19 करोड़ के लाभ में तब्दील हुआ,” पिछले वित्त वर्ष की तुलना में 10.13% की वृद्धि।
21 मई को निदेशक मंडल की बैठक के बाद ओआईएल के अधिकारियों ने कहा, “अपने परिपक्व और पुराने तेल क्षेत्रों से उत्पादन बनाए रखकर देश की ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने के प्रयासों से कंपनी को वित्त वर्ष 25 के दौरान 6.71 मिलियन मीट्रिक टन तेल समकक्ष का अब तक का सबसे अधिक संयुक्त तेल और गैस उत्पादन हासिल करने में मदद मिली।” ओआईएल द्वारा जारी एक बयान में कहा गया है कि वित्त वर्ष 25 के लिए प्रति शेयर आय 37.59 रुपये थी, जबकि वित्त वर्ष 24 के लिए यह 34.13 रुपये थी। निदेशक मंडल ने प्रति इक्विटी शेयर (अंकित मूल्य ₹10) ₹1.50 का अंतिम लाभांश देने की सिफारिश की है। यह कंपनी द्वारा वर्ष के दौरान अंतरिम लाभांश के रूप में दिए गए 100% लाभांश के अतिरिक्त है।
OIL India एक PSU कंपनी है जो कच्चे तेल और प्राकृतिक गैस की खोज, उत्पादन, ट्रांसपोर्टेशन और लिक्विड पेट्रोलियम गैस (LPG) के निर्माण का काम करती है। यह कंपनी BSE 200 इंडेक्स में भी शामिल है। OIL India इनसाइडर ट्रेडिंग से बचने के लिए ट्रेडिंग विंडो 1 अप्रैल 2025 से बंद कर दी है और यह 23 मई तक बंद रहेगी। यानी इस दौरान कंपनी से जुड़े लोग इसके शेयरों की ट्रेडिंग नहीं कर सकते।
डिविडेंड पर क्या अपडेट है?
इस साल कंपनी ने अभी तक दो इंटरिम डिविडेंड घोषित किए हैं – एक ₹3 और दूसरा ₹7 प्रति शेयर। अब बोर्ड 21 मई की बैठक में फाइनल डिविडेंड की सिफारिश कर सकता है। पिछले साल (FY 2023) कंपनी ने कुल ₹14.5 प्रति शेयर डिविडेंड दिया था। OIL India के मौजूदा शेयर प्राइस ₹407.45 के हिसाब से देखा जाए, तो कंपनी का डिविडेंड यील्ड करीब 3.5% के आसपास बैठता है। यानी शेयरधारकों को अच्छा रिटर्न मिल सकता है।
शेयर का प्रदर्शन कैसा रहा है?
मंगलवार को OIL India के शेयर ₹407.45 पर बंद हुए, जो पिछले दिन के मुकाबले करीब 2% की गिरावट दिखाते हैं। हालांकि हाल की गिरावट के बावजूद, कंपनी के शेयरों ने लंबे समय में बेहतरीन रिटर्न दिए हैं। पिछले एक साल में जहां शेयर की चाल ज़्यादा खास नहीं रही, वहीं दो साल की अवधि में इसमें 138% की तेज़ी आई है। तीन साल में यह बढ़त और मज़बूत होकर 177% तक पहुंच गई। सबसे ज़्यादा असरदार प्रदर्शन पिछले पांच सालों में देखने को मिला, जब इस सरकारी कंपनी के शेयर ने निवेशकों को 614% तक का शानदार रिटर्न दिया।