अमित आनंद
भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (BPCL) नई ऊंचाइयों को छू रहा है। स्टैंडअलोन आधार पर, बीपीसीएल ने वित्त वर्ष 2024-25 में ₹13,275.26 करोड़ का वार्षिक शुद्ध लाभ दर्ज किया है, जबकि पिछले वर्ष यह लाभ ₹26,673.50 करोड़ था। वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही में कंपनी का शुद्ध लाभ ₹3,214.06 करोड़ रहा, जो कि वित्त वर्ष 2023-24 की इसी तिमाही में ₹4,224.18 करोड़ था।
इस तिमाही का प्रदर्शन बेहतर रिफाइनिंग और मार्केटिंग मार्जिन, मजबूत बिक्री वृद्धि और संचालन में उत्कृष्टता के कारण बेहतर रहा है। कंपनी ने इस तिमाही में $9.20 प्रति बैरल का जीआरएम (GRM) दर्ज किया है, जो पिछली तिमाही (Q3) में $5.60 प्रति बैरल था।
वर्ष 2024-25 में कंपनी ने अब तक का सर्वोच्च उत्पादन 40.51 MMT दर्ज किया है, जबकि पिछले वर्ष यह 39.93 MMT था। कंपनी की बाजार बिक्री भी सर्वाधिक 52.40 MMT रही, जबकि पिछले वर्ष यह 51.04 MMT थी (2.66% की वृद्धि)।
Q4 FY25 में Throughput 10.58 MMT रहा, जबकि पिछले वर्ष की इसी अवधि में यह 10.36 MMT था। Q4 FY25 में बाजार बिक्री 13.42 MMT रही, जो कि पिछले वर्ष की इसी तिमाही में 13.18 MMT थी (1.82% की वृद्धि)
भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेडने (बीपीसीएल) मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र राज्यों में 50 मेगावाट प्रत्येक 100 मेगावाट पवन ऊर्जा परियोजनाओं के विकास के लिए अनुबंध प्रदान किए हैं। यह पहल नवीकरणीय ऊर्जा में परिवर्तन और आयातित जीवाश्म-आधारित बिजली पर निर्भरता को कम करने की बीपीसीएल की रणनीति में एक बड़ा कदम है। मध्य प्रदेश में 50 मेगावाट की पवन ऊर्जा परियोजना के लिए एम /एस सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड और महाराष्ट्र में 50 मेगावाट की परियोजना के लिए मेसर्स इंटेग्रम एनर्जी इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड को लेटर ऑफ अवार्ड (LOA) जारी किया गया है। इन परियोजनाओं के दो साल के भीतर पूरा होने और चालू होने की उम्मीद है। पवन फार्म बीपीसीएल की मुंबई रिफाइनरी (महाराष्ट्र) और बीना रिफाइनरी (मध्य प्रदेश) की कैप्टिव बिजली आवश्यकताओं को पूरा करेंगे, जिससे पारंपरिक जीवाश्म-आधारित ऊर्जा स्रोतों को स्वच्छ, नवीकरणीय पवन ऊर्जा से प्रतिस्थापित किया जा सकेगा। यह पहल बीपीसीएल के नवीकरणीय ऊर्जा रोडमैप में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो 2040 तक एक महत्वाकांक्षी 10 गीगावाट पोर्टफोलियो की कल्पना करता है। ये प्रयास 2040 तक स्कोप 1 और स्कोप 2 उत्सर्जन में नेट ज़ीरो ऊर्जा कंपनी बनने के बीपीसीएल के व्यापक लक्ष्य के अनुरूप हैं।
बीपीसीएल अपने रणनीतिक निवेशों, पर्यावरणीय और सामाजिक लक्ष्यों को एकीकृत करते हुए सतत विकास की दिशा में अग्रसर है। कंपनी ने 6500+ ईंधन स्टेशनों पर इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन स्थापित किए हैं। सतत समाधान पर ध्यान केंद्रित करते हुए, बीपीसीएल एक ऐसा पारिस्थितिकी तंत्र और रोडमैप विकसित कर रही है, जिसके अंतर्गत वह 2040 तक स्कोप 1 और स्कोप 2 उत्सर्जनों में नेट ज़ीरो ऊर्जा कंपनी बनने की दिशा में कार्यरत है।
इसके साथ ही, कंपनी शिक्षा, जल संरक्षण, कौशल विकास, स्वास्थ्य, सामुदायिक विकास, क्षमता निर्माण और कर्मचारी स्वयंसेवा जैसे क्षेत्रों में अनेक सामाजिक पहलों के माध्यम से समुदायों के साथ साझेदारी कर रही है।
‘एनर्जाइजिंग लाइव्स’ को अपने मुख्य उद्देश्य के रूप में अपनाते हुए, भारत पेट्रोलियम का लक्ष्य है — प्रतिभा, नवाचार और प्रौद्योगिकी के माध्यम से एक प्रशंसित वैश्विक ऊर्जा कंपनी बनना।
फॉर्च्यून ग्लोबल 500 कंपनी, भारत पेट्रोलियम दूसरी सबसे बड़ी भारतीय तेल विपणन कंपनी है और भारत में एकीकृत ऊर्जा कंपनियों में से एक है, जो कच्चे तेल के शोधन और पेट्रोलियम उत्पादों के विपणन में लगी हुई है, जिसकी उपस्थिति तेल और गैस उद्योग के अपस्ट्रीम और डाउनस्ट्रीम क्षेत्रों में है। कंपनी ने प्रतिष्ठित महारत्न का दर्जा प्राप्त किया, और अधिक परिचालन और वित्तीय स्वायत्तता वाली कंपनियों के क्लब में शामिल हो गई।
मुंबई, कोच्चि और बीना में भारत पेट्रोलियम की रिफाइनरियों की संयुक्त रिफाइनिंग क्षमता लगभग 35.3 MMTPA है। इसके मार्केटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर में प्रतिष्ठानों, डिपो, ईंधन स्टेशनों, विमानन सेवा स्टेशनों और LPG वितरकों का एक नेटवर्क शामिल है। इसके वितरण नेटवर्क में 23,500 से अधिक ईंधन स्टेशन, 6,200 से अधिक एलपीजी वितरक, 500 से अधिक ल्यूब वितरक, 80 पीओएल भंडारण स्थान, 54 एलपीजी बॉटलिंग प्लांट, 79 एविएशन सर्विस स्टेशन, 5 ल्यूब ब्लेंडिंग प्लांट और 5 क्रॉस-कंट्री पाइपलाइन शामिल हैं।
भारत पेट्रोलियम एक स्थायी ग्रह की ओर बढ़ने के लिए अपनी रणनीति, निवेश, पर्यावरण और सामाजिक महत्वाकांक्षाओं को एकीकृत कर रहा है। कंपनी के 6500 से अधिक ईंधन स्टेशनों पर इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन हैं।
स्थायी समाधानों पर ध्यान केंद्रित करते हुए, कंपनी स्कोप 1 और स्कोप 2 उत्सर्जन में 2040 तक नेट ज़ीरो एनर्जी कंपनी बनने के लिए एक पारिस्थितिकी तंत्र और रोड-मैप विकसित कर रही है। भारत पेट्रोलियम मुख्य रूप से शिक्षा, जल संरक्षण, कौशल विकास, स्वास्थ्य, सामुदायिक विकास, क्षमता निर्माण और कर्मचारी स्वयंसेवा के क्षेत्रों से जुड़ी कई पहलों का समर्थन करके समुदायों के साथ भागीदारी कर रहा है। ‘जीवन को ऊर्जावान बनाना’ को अपना मुख्य उद्देश्य मानते हुए भारत पेट्रोलियम का लक्ष्य प्रतिभा, नवाचार और प्रौद्योगिकी का लाभ उठाते हुए एक प्रशंसित वैश्विक ऊर्जा कंपनी बनना है।