मारुति सुजुकी इंडिया ने बुधवार को घोषणा की कि वह अपने सोलर पावर प्लांट की क्षमता को बढ़ाकर वित्तीय वर्ष 2030-31 तक कुल 319 मेगावाट पीक तक पहुंचाने के लिए 925 करोड़ रुपये से अधिक निवेश करेगी। कंपनी ने हाल ही में हरियाणा के खारखोड़ा में अपने नए प्लांट में 20 मेगावाट की सोलर परियोजना शुरू की है। साथ ही मानेसर में सौर ऊर्जा क्षमता में 10 मेगावाट की बढ़ोतरी भी की गई है।
इन नई परियोजनाओं के साथ, कंपनी की कुल सोलर क्षमता पिछले एक साल में 49 मेगावाट से बढ़कर अब 79 मेगावाट हो गई है। मारुति सुजुकी इंडिया के एमडी और सीईओ, हिसाशी ताकेउची ने कहा कि यह कदम उनकी कंपनी की पर्यावरणीय जिम्मेदारी और सतत विकास के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
पर्यावरण और सरकार की नीतियों के तहत कदम
ताकेउची ने बताया कि कंपनी अपने संचालन में नवीकरणीय ऊर्जा के इस्तेमाल को बढ़ाने के लिए लगातार काम कर रही है, जोकि उनकी मूल कंपनी सुजुकी मोटर कॉर्पोरेशन के “Environment Vision 2050” और भारत सरकार की नवीकरणीय ऊर्जा पर जोर देने वाली नीतियों के तहत है। उनके मुताबिक, वित्तीय वर्ष 2030-31 तक कंपनी की कुल बिजली खपत में नवीकरणीय ऊर्जा का हिस्सा लगभग 85 प्रतिशत तक पहुंचने की उम्मीद है।
मारुति सुजुकी का लक्ष्य अगले कुछ सालों में अपने उत्पादन को चार मिलियन वाहन प्रति वर्ष तक बढ़ाने का है। ताकेउची ने कहा कि कंपनी उत्पादन के इस बड़े लक्ष्य को पूरा करते हुए पर्यावरण संरक्षण के प्रति भी पूरी तरह जिम्मेदार रहेगी। इसके लिए कंपनी सौर ऊर्जा और अन्य नवीकरणीय स्रोतों से ऊर्जा की सप्लाई बढ़ाएगी।
कंपनी ने यह भी बताया कि वह राज्य विद्युत बोर्डों से मिलने वाली ग्रीन बिजली की मात्रा बढ़ा रही है, ताकि कुल बिजली की जरूरतें अधिक से अधिक पर्यावरण के अनुकूल तरीके से पूरी की जा सकें। इससे कंपनी के कार्बन उत्सर्जन को कम करने में मदद मिलेगी।