जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूकंप के बाद स्थिति की समीक्षा के लिए 3 बजे आपातकालीन उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है। मोदी ने बिहार और सिक्किम के मुख्यमंत्री से भी बात की है। पूरे उत्तर भारत और नेपाल में रुक-रुक कर दो बार भूकंप के तेज झटके आने के महसूस किए गए हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि देश और नेपाल में भूकंप प्रभावितों तक पहुंचने की कोशिश शुरू हो गई है। प्रधानमंत्री ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और सिक्कम के मुख्यमंत्री पवन कुमार चामलिंग से बात करके स्थिति का जायजा लिया है। पहली बार तेज झटके कई इलाकों में 2 मिनट तक महसूस किए गए हैं। लोगों ने राहत की सांस ली ही थी कि करीब आधे घंटे बाद दूसरी बार करीब 15 सेकंड के लिए धरती कांपी।
भारत में भूकंप के झटके दिल्ली के अलावा बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, राजस्थान, मध्य प्रदेश, झारखंड, पश्चिम बंगाल और असम में महसूस किए गए हैं। नेपाल में भूकंप का केंद्र था और वहां इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.5, जबकि दिल्ली में 5 मापी गई है। नेपाल में घरों और सड़कें के क्षतिग्रस्त होने की खबरें हैं। हालांकि, इसमें किसी के हताहत होने की तत्काल कोई सूचना नहीं है।
नेपाल के करीब होने की वजह से बिहार में भूकंप की तीव्रता भारत के शेष भागों की अपेक्षा अधिक थी और रिक्टर स्केल पर 6 बताई गई है। मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि भूकंप के और झटके (आफ्टरशॉक) महसूस किए जा सकते हैं। लोगों से सतर्क रहने की अपील की गई है। पहला झटका 11 बजकर 41 मिनट पर महसूस किया गया, जबकि 12 बजकर 19 मिनट पर दूसरी बार झटके महसूस किए गए।
भारतीय मौसम विभाग के ऑपरेशन्स सिस्मोलाजी के प्रमुख जे एल गौतम ने बताया कि भूकंप देश के पूर्व और उत्तरी हिस्सों में महसूस किया गया। विभाग द्वारा जारी बयान के अनुसार, ‘आज सुबह 11 बजकर 41 मिनट पर 7.5 तीव्रता का भूकंप आया।’ भूकंप के झटके दिल्ली, बिहार, उत्तर प्रदेश , राजस्थान, हरियाणा और पंजाब में करीब एक मिनट तक महसूस किए गए, जिससे लोगों में दहशत फैल गई और वे अपने घरों और कार्यालयों से बाहर निकल आए।
शुरुआती रिपोर्ट में बताया गया है कि भूकंप का अधिकेंद्र नेपाल में पोखरा से 80 किलोमीटर पूर्व में था। काठमांडू में भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 7.5 मापी गई है। जैसे ही धरती कांपनी शुरू हुई लोग जान बचाने के लिए सड़कों पर आ गए। दिल्ली और कोलकाता में मेट्रो की सेवा थोड़ी देर के लिए रोक दी गई है। देश के कई हिस्सों में स्कूलों में छुट्टी दे दी गई है।
जैसे ही भूकंप के झटके महसूस किए गए लोग घबराहट में घरों और ऑफिसों से बाहर निकल आए। नेपाल के नजदीक बिहार में कई मकानों में दरार आने की खबरें हैं, लेकिन जानमाल के नुकसान को लेकर कोई रिपोर्ट नहीं आई है। विशेषज्ञों का कहना है कि भूकंप झटके कुछ सेकंड्स के लिए महसूस किया जाता है, समान्य तौर पर इतने समय के लिए धरती कांपने की घटना देखने को नहीं मिलती है।
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ समेत सूबे के अधिकांश हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए गए। इससे अफरातफरी मच गई और घबराए लोग अपने-अपने दफ्तरों तथा दुकानों से बाहर निकल आए। मौसम विभाग के सूत्रों के मुताबिक लखनऊ में पूर्वाह्न 11 बजकर 45 मिनट पर करीब 20 सेकंड तक भूकंप के झटके महसूस किए गए।
भूकंप नेपाल और भारत के साथ ही पाकिस्तान में भी महसूस किया गया। पाकिस्तान में लाहौर निवासी मोहम्मद शहाब ने बताया कि वह अपने ऑफिस में बैठे हुए थे कि तभी पूरा शहर भूकंप से हिल गया। उन्होंने बताया कि भूकंप काफी देर तक महसूस किया गया लेकिन शहर में अब स्थिति सामान्य है।