जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । मेघालय के एक और भाजपा नेता ने बीफ विवाद पर पार्टी से अपना इस्तीफा दे दिया है। इस नेता का कहना है कि यह नियम उनके धर्म के खिलाफ जाता है। खबरों के अनुसार मेघालय के उत्तरी गारो हिल्स जिले के भाजपा अध्यक्ष बाचु मारक ने वध के लिए पशु व्यापार पर केंद्र सरकार के प्रतिबंध को लेकर इस्तीफा दे दिया। इससे पहले पश्चिमी गारो हिल्स जिले के अध्यक्ष बर्नार्ड मारक भी इस मुद्दे को लेकर पार्टी से बाहर हो गए । लेकिन भाजपा ने आज उन खबरों को ‘फर्जी और द्वेषपूर्ण झूठ’ करार दिया, जिनमें कहा गया था कि पार्टी मेघालय में गौमांस पर प्रतिबंध लगाना चाहती है। वहीं पार्टी के एक अन्य नेता ने मवेशियों पर केंद्र की विवादित अधिसूचना के खिलाफ इस्तीफा दे दिया दिया।
भाजपा के मेघालय प्रभारी नलिन कोहली ने इस ‘द्वेषपूर्ण झूठ’ को फैलाने के लिए कांग्रेस को दोषी ठहराया और आरोप लगाया कि अगले साल चुनावी मैदान बनने जा रहे इस राज्य में कांग्रेस राजनीतिक एजेंडे का सांप्रदायीकरण कर रही है। नॉर्थ गारो हिल्स जिले के भाजपा अध्यक्ष बाचू मारक ने वध के लिए बेचे जा रहे मवेशियों की बिक्री पर केंद्र द्वारा लगाए गए प्रतिबंध के विरोध में पार्टी से कल इस्तीफा दे दिया था।
इस्तीफे के बाद बाचू ने कहा, ‘मैं गारो लोगों की भावनाओं से समझौता नहीं कर सकता। एक गारो होने के नाते मेरी जिम्मेदारी है कि मैं अपने समुदाय के हितों की रक्षा करूं। गौमांस खाना हमारी संस्कृति का हिस्सा और परंपरा है। भाजपा की ओर से हमपर गैर-धर्मनिरपेक्ष विचारधारा थोपा जाना स्वीकार्य नहीं है।’ कोहली ने कहा कि पार्टी ने उनके इस्तीफे का ‘स्वागत’ किया, क्योंकि पार्टी उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई करने जा रही है। वह और कुछ अन्य लोग पार्टी की संभावनाओं को नुकसान पहुंचाने का काम कर रहे हैं।
पूर्वोत्तर के राज्यों में गौमांस खाना आम है और भाजपा के प्रतिद्वंद्वियों ने उसपर आरोप लगाया है कि वह इस क्षेत्र में भी प्रतिबंध लगाने पर काम कर रही है। भाजपा के कई नेता गौमांस खाने के खिलाफ बेहद मुखर रहे हैं। कोहली ने कहा, ‘कांग्रेस का कुनीति विभाग इस फर्जी और द्वेषपूर्ण झूठ के साथ एजेंडे के सांप्रदायीकरण की कोशिश कर रहा है कि भाजपा मेघालय में गौमांस पर प्रतिबंध लगाना चाहती है।’
कोहली ने कहा, ‘सत्य से परे कुछ भी नहीं है, क्योंकि हमारी संवैधानिक व्यवस्था के तहत, केंद्र सरकार उस क्षेत्र का अतिक्रमण नहीं कर सकती, जिसमें राज्य सरकार को फैसला लेना होता है।’ उन्होंने कहा कि मेघालय का भाजपा का एकसूत्री एजेंडा ‘सबका साथ सबका विकास’ है और वह विकास के अपने सकारात्मक एजेंडे पर विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए तैयार हो रही है।