अमलेंदु भूषण खां / नयी दिल्लीः कितना हास्यास्पद स्थिति है अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर आम जनता को योग करने के लिए उपदेश देने वाले भाजपा नेता खुद योग नहीं करते हैं. काफी भाजपा नताओं का बॉडी मॉस इंडेक्स ज्यादा है. यानी नेता मोटापे के शिकार हैं.
देश के कोने-कोने में बड़े पैमाने पर योग का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है. योग गुरु बाबा रामदेव योग करने के लिए लोगों को फायदे बता रहे हैं. बाबा रामदेव भाजपा नेताओं के सबसे प्रिय हैं. पीएम नरेंद्र मोदी के घर सीधे उनकी इंट्री है. विडंबना यह है कि भाजपा नेता उनके योग साधना में कोई रुचि नहीं ले रहे हैं. बीमारियों से ग्रसित होते हैं, तो भाजपा के नेता और मंत्री योग गुरु रामदेव के मेडिकल एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट ‘पतंजलि योगपीठ’ में नहीं जाते. आयुर्वेदिक उपचार भी नहीं करवाते. सीधे सर्जन के पास पहुंच जाते हैं. ऑपरेशन कराने.
नितिन गडकरी, वेंकैया नायडू, अरुण जेटली और विनोद तावड़े जैसे भाजपा के बड़े नेता इसके उदाहरण हैं. गडकरी का वजन 123 किलो हो गया था. वे मोटापे से परेशान थे. इससे निजात पाने के लिए वह मुंबई के सैफी हॉस्पिटल के डॉक्टर मुजफ्फल लकड़ावाला के पास पहुंचे.
14 सितंबर, 2011 को डॉ लकड़ावाला ने नितिन गडकरी की गैस्ट्रिक बाइपास सर्जरी कर दी. सर्जरी के बाद गडकरी का वजन तत्काल 30 किलो कम हो गया. यानी 123 किलो के गडकरी ऑपरेशन के बाद 93 किलो के रह गये.
इसी तरह मांसाहार के शौकीन वेंकैया नायडू का वजन 120 किलो हो गया था. डायबिटीज से भी परेशान थे. मोटापा मुश्किलें बढ़ा रही थी. जान आफत में थी. गडकरी के अनुभव से सबक लेकर वेंकैया भी डॉ.मुजफ्फल के पास पहुंच गये. डॉ मुजफ्फल ने 11 जुलाई, 2012 को वेंकैया की बैरियाट्रिक सर्जरी कर दी. एक ही दिन में उनका वजन 16 किलो कम हो गया.
अब बात वित्त मंत्री अरुण जेटली की. जेटली ने 3 अप्रैल, 2014 को सर्जरी करवायी, क्योंकि इनका भी डायबिटीज खतरनाक स्तर पर जा चुका था. अरुण जेटली की सर्जरी डॉ. प्रदीप चौबे ने किया. डॉ चौबे भी डॉ मुजफ्फल की टीम का ही हिस्सा हैं. ऑपरेशन के बाद जेटली का वजन 17 किलो तक कम हो गया. हालांकि जेटली की हालत निजी अस्पताल में खराब होने के बाद एम्स ले जाया गया और उनका स्वास्थ्य ठीक हो पाया.
इतना ही नहीं, महाराष्ट्र भाजपा के बड़े नेता हैं विनोद तावड़े. वह भी डॉ मुजफ्फल से ही अपना इलाज करवाते हैं. कुल मिला कर कहें, तो नरेंद्र मोदी ने हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के रूप में संयुक्त राष्ट्र से मान्यता तो दिला दी, लेकिन उनकी ही पार्टी और सरकार के लोग योग या आयुर्वेद से स्वस्थ रहने में विश्वास नहीं करते.
डॉ मुजफ्फल लकड़ावाला मुंबई स्थित सैफी अस्पताल में इंस्टीट्यूट ऑफ मिनिमल इनवैसिव सर्जिकल साइंसेज एंड रिसर्च सेंटर के चेयरमैन हैं. अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त सर्जन डॉ लकड़ावाला बैरियाट्रिक सर्जरी (वजन कम करने के लिए), मिनिमल इनवैसिव सर्जरी (की होल सर्जरी) और ओंको सर्जरी (कैंसर की सर्जरी) के विशेषज्ञ हैं. मुंबई विश्वविद्यालय से सर्जरी में मास्टर डिग्री लेने के बाद उन्होंने दक्षिण कोरिया के सोल और अमेरिका के प्रतिष्ठित क्लीवलैंड क्लिनिक से मिनिमल इनवैसिव सर्जरी की विशेष ट्रेनिंग ली.