जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । उत्तर भारत, बंगाल,असम, यूपी-बिहार आधा हिन्दुस्तान बाढ़ की चपेट में है । देश के 58 जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। इस बाढ़ के कहर ने अब तक कुल 140 लोगों की जान ले ली है । बाढ़ के पानी से कई लाख लोग प्रभावित हैं, हजारों गांव पानी में डूब गए हैं।एडीआरएफ की टीमें देश में जिन इलाकों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है, वहां पहुंच गई है और राहत पहुंचा रही है
केंद्र ने देश में आई बाढ़ की स्थिति पर चर्चा की और कुछ आंकड़े जारी किेए। गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू असम और अरुणाचल के निरीक्षण के लिए निकले हैं। किरण रिजिजू के साथ आपदा प्रवंधन की एक टीम भी साथ गई है। असम में पिछले एक हफ्ते में बाढ़ की चपेट में आकर 45 से ज्यादा लोगों की जान जा चुकी है। असम के 24 जिले बाढ़ की चपेट में है और इससे 17 लाख लोग प्रभावित हैं। राहत व बचाव कार्य जारी है। दुकानें स्कूल बंद हैं। बहते पानी के बीच लोग अपना रास्ता बना रहे हैं। दुखद है कि पार्क में अब तक 53 जानवरों की मौत हो गई है। पार्क का 70 फीसदी हिस्सा पानी में डूब गया है।
उत्तरप्रदेश
यूपी के गोरखपुर, गोंडा, बाराबंकी, अमरोहा, इलाहाबाद में बाढ़ का कहर जारी है। घाघरा नदी का जलस्तर खतरे के निशान पर है। जिलों के हजारों गांव बाढ़ की चपेट में हैं। लोग गांव छोड़कर जाने पर मजबूर हैं।
अरुणाचल प्रदेश
अरुणाचल प्रदेश भी बाढ़ से बेहाल है। राज्य के पापुन पारे जिले का बड़ा हिस्सा में पानी में घिरा हुआ है। तेज बारिश और भूस्खलन से लोगों की जान गई है।
बिहार में पिछले हफ्ते हुई बज्रपात ने 35 से ज्यादा लोगों की जान ली थी। भागलपुर, अड़डिय़ा और भी कई जिलों में नदियां उफान पर है। कोशी और महानंदा का जलस्तर भी बढ़ता जा रहा है।दरभंगा मेडिकल काॅलेज अस्पताल एवं बैंकों में पानी जमा हो जाने से लोगो का जीना मुश्किल हो गया है।
उत्तराखंड
देहरादून, हरिद्वार , पौड़ी, में भी तेज बारिश से स्थिति बाढ़ जैसी बन गई है। कई लोग पानी में बह गए हैं। भूस्खलन से सड़कें खिसक गई हैं। केदारनाथ और बदरीनाथ यात्रा भी बुरी तरह से प्रभावित हुई है। हजारों यात्री रास्ते में फंस गए हैं।