जनजीवन ब्यूरो / हैदराबादः अभी गुरुग्राम के रेयान स्कूल और दिल्ली में एक निजी स्कूल में एक चपरासी द्वारा 5 साल की एक बच्ची से रेप मामला का मामला शांत भी नहीं हुआ था कि तेलंगाना के एक स्कूल में लड़की को लड़के के बाथरुम में खड़ा रहने के लिए फरमान सुना दिया गया। हैदराबाद के एक स्कूल में एक टीचर ने 11 साल की छात्रा को लड़कों के टॉयलेट में खड़े होने की सजा दी। छात्रा की गलती सिर्फ इतनी थी कि वह उचित यूनिफॉर्म पहनकर स्कूल नहीं आई थी। लड़की को ये सजा उसकी फिजिकल एजुकेशन टीचर ने दी ।
घटना शनिवार को रामचंद्रपुरम स्थित बीएचईएल के परिसर स्थित राव हाईस्कूल में हुई थी. लड़की के पिता ने चाइल्ड राइट्स एसोसिएशन को शिकायत के साथ एक वीडियो क्लिपिंग भी भेजी है. इसमें लड़की बता रही है कि उसे टीचर की दी गई सजा से किस तरह शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा. लड़की के पिता के मुताबिक, लड़की शनिवार को बिना यूनिफॉर्म स्कूल गई थी. जब वो अपनी क्लास में प्रवेश कर रही थी कि उसकी फिजिकल एजुकेशन टीचर प्रियंका ने उसे रोका और यूनिफॉर्म नहीं पहन कर आने की वजह पूछी.
इस पर लड़की ने कहा कि उसकी मां ने यूनिफॉर्म धोने के लिए रखी थी इसलिए उसे सादे कपड़े पहन कर आना पड़ा. ये सुनकर टीचर प्रियंका आगबबूला हो गई. प्रियंका लड़की को पहली मंजिल पर स्थित लड़कों के वॉशरूम में ले गई और वहां कुछ देर के लिए खड़ा रहने को मजबूर किया. लड़की ने बताया कि इस दौरान स्कूल में पढ़ने वाले कुछ लड़कों ने उसे देखा और हंसने लगे. ये सब देखकर उसे बहुत शर्म महसूस हुई. बाद में टीचर ने उसे क्लास में जाने दिया.
प्रियंका ने तीन अन्य टीचर्स को गर्व के साथ बताया कि लड़की के यूनिफॉर्म नहीं पहने होने पर उसे किस तरह सबक सिखाया. ये सुनना लड़की के लिए मानसिक प्रताड़ना से कम नहीं था. हैदराबाद स्कूल पेरेंट्स एसोसिएशन ने इस घटना की कड़ी निंदा करते हुए टीचर और स्कूल के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. सांगारेड्डी जिले की डिस्ट्रिक्ट एजुकेशन ऑफिसर (डीईओ) विजय कुमारी ने स्कूल का दौरा करने के बाद कहा कि हमने जांच शुरू कर दी है.