जनजीवन ब्यूरो
लखनऊ । मुस्लिम समुदाय के सूर्य नमस्कार आसन के विरोध के बाद बीजेपी सांसद योगी आदित्यनाथ ने कहा है, ‘जिन लोगों को योग से दिक्कत है उन्हें भारत छोड़ देना चाहिए।’
21 जून को भारत जोर-शोर से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मना रहा है. इसमें विश्व के 43 मुस्लिम देश योग दिवस भी शिरकत कर रहे हैं । योग दिवस को सयुक्त राष्ट्र संघ ने मनाने का फैसला लिया है।
विरोध के बीच केंद्र सरकार ने सूर्य नमस्कार आसन को हटाने का फैसला कर लिया है, वही दूसरी तरफ आदित्यनाथ ने जमकर मुसलमानों पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है, ‘जो लोग सूर्य के नमस्कार को नहीं मानते उन्हें समुद्र में डूब जाना चाहिए या अंधेरे कमरे में जीवन बिताना चाहिए।’ उन्होंने कहा जिनके लिए सूर्य सांप्रदायिक है उन्हें सूर्य से रौशनी भी नहीं लेनी चाहिए।
आदित्यनाथ ने कहा, ‘जिन्हें योग से परहेज है, उन्हें भारत की धरती को छोड़ देना चाहिए। जो लोग योग का विरोध कर रहे हैं, उनको भगवान सूर्य से कभी प्रकाश नहीं लेना चाहिए और घर के बिलों में अंधरे में कैद रहना चाहिए।’ उन्होंने कहा कि सूर्य नमस्कार भी विशुद्ध यौगिक क्रिया है। इससे मानसिक शुद्धता व स्वास्थ्य के चमत्कारिक परिणाम चिकित्सा विज्ञान तक ने प्रमाणित किया है। विश्व के 163 देश अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाने जा रहे। इसमें 45 मुस्लिम देश भी हैं फिर भारत में इसका विरोध क्यों।
उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा योग दिवस मनाए जाने का निर्णय भारत की विद्या को अंतराष्ट्रीय मान्यता मिलना है। इसके लिए हर भारतीय को आभार व्यक्त करना चाहिए।
सनातन धर्म पर नित लगाए जाते आक्षेपों का गोरक्ष पीठाधीश्वर ने कड़ा प्रतिकार किया। पारसी समुदाय का हवाला देते हुए कहा कि ऐसा होता तो अपने मूल से उजड़े उखड़े लोगों को भारत में ठिकाना नहीं मिलता। सनातन धर्म चराचर विश्व व मानव कल्याण की बात करता है। अनर्गल आरोप लगाने वाले अज्ञानी और विदेशी साजिश का शिकार हैं।