जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शहीद गरुड़ कमांडो जेपी निराला को मरणोपरांत अशोक चक्र से सम्मानित करने के समय भावुक हो गए।
जैसे ही शहीद कमांडों की मां और पत्नी को मंच पर आमंत्रित किया गया अचानक ही कोविंद भावुक हो गए और उनकी आंखें छलक गईं। शहीद कमांडो को अशोक चक्र से सम्मानित किया गया। जब एनाउंसर शहीद की मां और पत्नी को मंच पर आमंत्रित करने के दौरान निराला की साहसिक कारनामे को सुनाना शुरू किया वैसे ही देखा गया कि कोविंद भावुक हो गए और उनकी आंखें भर गईं।
शहीद की मां और पत्नी को सम्मानित करने के बाद जब वो अपनी कुर्सी पर बैठे तो उनकी आंखों में आंसू थे और वो रूमाल निकाल कर अपने आंसू पोछ रहे थे।
आजाद भारत के इतिहास में यह पहली बार है जब किसी भारतीय वायुसेना के गरुड़ कमांडो को अशोक चक्र से नवाजा गया है। गरुड़ कमांडो जेपी निराला तीन महीने पहले विशेष ड्यूटी पर थे वो कश्मीर के हाजिन में सेना तैनात थे। उस समय ही आतंकियों से लड़ते हुए वो शहीद हुए। श्रीनगर में हुए इसी ऑपरेशन के दौरान सेना की तरफ से की गई कर्रवाई में आतंकी मसूद अजहर के भतीजा तल्हा रशीद भी मारा गया था।
बिहार के रोहतास के रहने वाले थे शहीद निराला। वे साल 2005 में वायु सेना में शामिल हुए थे। कमांडो निराला अपने माता-पिता के एकलौते बेटे थे परिवार में माता-पिता के अलावा उनकी पत्नी सुषमा और 4 साल की बेटी जिज्ञासा हैं। कमांडो ने 8 साल पहले ही सेना ज्वाइन किया था। कमांडों निराला जुलाई 2017 में विशेष ड्यूटी पर कश्मीर तैनात किए गए थे।