जनजीवन ब्यूरो
पटना (बिहार)। लापता दो छात्रों का शव तालाब से मिलने के बाद ग्रामीणों ने रविवार को स्कूल के डायरेक्टर की पहले जमकर पिटाई कर दी और फिर उनकी आंखें निकाल लीं। इससे उनकी मौत हो गई। ग्रामीणों ने परिसर में खड़ी बस और जीप को आग के हवाले कर दिया।
नालंदा जिले के नीरपुर गांव स्थित डीपीएस स्कूल के मृत पाए गए छात्रों की पहचान राजगीर के लहुआर गांव निवासी श्यामकिशोर प्रसाद के 10 साल के बेटे सागर कुमार और पचवारा गांव निवासी मनोहर प्रसाद के 11 साल के बेटे रवि कुमार के रूप में की गई है। दोनों बच्चे स्कूल के हॉस्टल में रहकर पढ़ाई कर रहे थे।
स्कूल के चार छात्र शनिवार की शाम को लापता हो गए। रविवार की सुबह लापता दो छात्रों का शव एक तालाब से मिला। शव मिलने पर आक्रोशित ग्रामीण इस मामले पर स्कूल प्रबंधन से जवाब मांग रहे थे, नहीं मिलने पर हंगामा कर रहे लोग स्कूल में आग लगा दी।
आग लगने पर बाहर आए आवासीय स्कूल संचालक देवेंद्र प्रसाद की पहले ग्रामीणों ने जमकर पिटाई कर दी। इसके बाद उनकी एक आंख निकाल ली। बुरी तरह से जख्मी देवेंद्र की अस्पताल ले जाते समय मौत हो गई। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि इस स्कूल में पहले दुष्कर्म की भी घटना हो चुकी है। ग्रामीण स्कूल को बंद करने की मांग कर रहे हैं।
बवाल की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में पुलिस बल घटनास्थल पर भेजा गया। इस दौरान सुरक्षाबलों ने जब ग्रामीणों को रोकने का प्रयास किया, तो पुलिस पर भी पथराव शुरू कर दिया। लोगों के आक्रोश को देखते हुए पुलिस मूकदर्शक बनी रही। इस दौरान ग्रामीण उत्पात मचाते रहे। आग पर काबू पाने के लिए पहुंची अग्निशामक वाहन को ग्रामीणों ने वापस कर दिया। हॉस्टल के दो अन्य बच्चों के गायब होने की आशंका भी लोग व्यक्त कर रहे हैं। डीएसपी संजय कुमार ने बताया कि मामले की छानबीन शुरू कर दी गई है। मृतक के परिजनों के बयान पर मामला दर्ज किया जाएगा।
इस घटना को लेकर पुलिस मुख्यालय ने जांच का निर्देश दिया है। डीआईजी स्तर के अधिकारी पूरे मामले की जांच करेंगे। जांच के बाद दोषियों पर कार्रवाई करने का पुलिस मुख्यालय ने आदेश दिया है।