-युवा सशक्तिकरण को नई दिशा दे रही यूथ रॉक्स फाउंडेशन
-डॉ. दिव्या नेगी घई गांव से शहरों तक जाकर युवाओं को खुद दे रहीं प्रोत्साहन
-‘स्टॉप फूलिंग योरसेल्फ’ नामक पुस्तक की ऑथर हैं डॉ. दिव्या
“कौन कहता है कि आसमां में छेद हो नहीं सकता, एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों।” आज की भागदौड़ और चकाचौन्ध से भरी जिंदगी में दिशा से भटक रहे युवाओं को सही दिशा देने के लिए ‘यूथ रॉक्स फाउंडेशन’ कुछ इसी अंदाज में काम कर रही है। फाउंडेशन की प्रमुख, लाइफ कोच और मोटिवेशनल स्पीकर डॉ. दिव्या नेगी घई खुद दून से दिल्ली तक युवाओं को प्रशिक्षित और प्रोत्साहित कर रही हैं।
डॉ. दिव्या नेगी घई लगभग 10 वर्षों तक अध्यापन क्षेत्र में सक्रिय रहीं। उन्होंने बताया कि अपने शिक्षण कार्यकाल के दौरान उन्होंने कई बार महसूस किया कि आज का युवा वर्ग आधुनिकता के नाम पर अपनी राह और सही दिशा से भटक रहा है। रिश्ते हों या करियर, सामाजिक मूल्य हों या संस्कार, वो हर जगह पिछड़ रहा है। ऐसे में उसे सिर्फ किताबी ज्ञान से ही सही दिशा देना कठिन है। इसी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने 2014 में ‘यूथ रॉक्स फाउंडेशन’ की स्थापना की।
डॉ. दिव्या ने बताया कि फाउंडेशन के तहत वे युवाओं के लिए करियर मैनेजमेंट, मनी मैनेजमेंट, टाइम मैनेजमेंट, हेल्थ मैनेजमेंट, रिलेशनशिप मैनेजमेंट और पर्सनल मैनेजमेंट जैसे विषयों पर सेमिनार और वर्कशॉप्स का आयोजन करती हैं। उन्होंने इन विषयों पर आधारित एक पुस्तक ‘स्टॉप फूलिंग योरसेल्फ’ भी लिखी है जो युवाओं में काफी लोकप्रिय हुई है।
डॉ. दिव्या पिछले एक वर्ष से दून से लेकर दिल्ली तक पूरी तरह एक्टिव हैं। वे तमाम स्कूलों में जहां बच्चों के लिए मोटिवेशनल सेशन्स ले रही हैं, वहीं पेरेंट्स के लिए गुड पेरेंटिंग पर सेमिनार भी आयोजित कर रही हैं। हाल में उन्होंने दिल्ली के करीब एक दर्जन स्कूलो में मोटिवेशनल सेशन्स लिए।