जनजीवन ब्यूरो अमृतसर : दशहरा के दिन हुए दर्दनाक हादसे से गुस्साए लोगों ने शनिवार दोपहर शिवाला फाटक के गेटमैन निर्मल सिंह की पिटाई की और उन्हें रेलवे के केबिन (एस-26-ई3) से नीचे फेंक दिया। उनके सिर में गंभीर चोटें आई हैं। लोगों ने शवों के साथ प्रदर्शन किया और बस स्टैंड के मुख्य मार्ग पर जाम लगा दिया।
पुलिस को जाम खुलवाने के लिए हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। काफी मशक्कत के बाद जाम खुलवाया जा सका। पुलिस की तरफ से किसी भी स्थिति से निपटने के लिए अतिरिक्त बल मंगवा लिया गया है। वहीं आयोजक सौरव मदान और उसके परिजन घर में ताला लगाकर भूमिगत हो गए हैं।
रावण दहन देख रहे लोगों पर से तेज रफ्तार डीएमयू ट्रेन कुचलते हुए गुजर गई थी। इस हादसे में अभी तक 61 लोगों की मौत की पुष्टि हो गई है। वहीं 9 शवों की पहचान बाकी है और सात लोग गंभीर रूप से घायल हैं। घायलों का इलाज अमृतसर के विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है।
कैप्टन अमरिंदर सिंह का कहना है कि अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी कि प्रबंधकों का कसूर है या नहीं।
बता दें कि शुक्रवार को भी नाराज लोगों का गुस्सा शिक्षा मंत्री पर भड़का था। बचाव में मंत्री के गनर को हवाई फायरिंग करनी पड़ी थी। स्थानीय लोग हादसे के बाद से ही प्रशासन पर काफी खफा हैं। घटना स्थल पर पहुंची रिलीफ ट्रेन पर भी लोगों ने हमला कर दिया था। जिससे ट्रेन के शीशे टूट गए थे।