जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली । मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में हार के बाद अपनी पहली प्रेस वार्ता के दौरान शिवराज सिंह चौहान बेहद भावुक दिखे। मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद शिवराज ने हार की जिम्मेदारी अपने ऊपर लेते हुए कांग्रेस को जनता से किए गए वादों को पूरा करने की नसीहत दी। इसके साथ ही शिवराज ने यह भी कहा कि वह मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाने के लिए तैयार हैं। शिवराज ने इस दौरान दावा किया कि 2019 में एक बार फिर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में बीजेपी की सरकार बनेगी। बता दें कि शिवराज 2005 से राज्य के मुख्यमंत्री की जिम्मेदारी निभा रहे थे। उनकी अगुआई में बीजेपी ने 2008 और 2013 का चुनाव भारी बहुमत से जीता था।
शिवराज ने कहा, “मैंने मुख्यमंत्री बनकर नहीं बल्कि परिवार का सदस्य बनकर सरकार चलाने की कोशिश की। साढ़े सात करोड़ मध्यप्रदेश वासी मेरा परिवार हैं। बिजली, पानी, सिंचाई को लेकर हमने बहुत काम किया।”
कार्यवाहक मुख्यमंत्री चौहान ने मोदी और अमित शाह की तारीफ करते हुए कहा कि केंद्रीय नेतृत्व ने प्रदेश में पूरा सहयोग किया। फिर चाहे वो खुद प्रधानमंत्री हों या भाजपा अध्यक्ष अमित शाह। एक-एक सीट पर इस तरह ध्यान देने वाले अध्यक्ष मैंने नहीं देखे। उन्होंने हार स्वीकार करते हुए हार की जिम्मेदारी भी ली,
ये सच है कि हमें बहुमत नहीं मिला। अपेक्षित सफलता भी नहीं मिल सकी। अगर इसके लिए कोई जिम्मेदार है तो वो सिर्फ शिवराज सिंह चौहान यानी मैं हूं। सभी को सहयोग के लिए हृदय से धन्यवाद देता हूं। मैंने किसी का दिल नहीं दुखाया। कमलनाथजी को मैंने फोन कर बधाई दी। नई सरकार से ये आग्रह करना चाहता हूं कि जनता की कल्याण की योजनाओं में निरंतरता रहे।
विपक्ष में बैठने के बारे में सवाल पूछे जाने पर शिवराज ने कहा, “विपक्ष भी मजबूत है। हमारे 109 विधायक हैं। हम सशक्त लेकिन रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएंगे। प्रदेश के हित के लिए जहां जरूरत होगी वहां साथ खड़ा रहूंगा। चौकीदारी करने की जिम्मेदारी अब हमारी है।”
नेता प्रतिपक्ष के सवाल पर चुटकी लेते हुए शिवराज ने कहा, “नेता प्रतिपक्ष तो पार्टी तय करेगी लेकिन हम नेता तो रहेंगे। ”
शिवराज ने अगले कदम के बारे में बात करते हुए कहा कि अगला लक्ष्य, 2019 का लोकसभा चुनाव है। मोदीजी के नेतृत्व में शानदार सफलता प्राप्त करें, इसके लिए काम करेंगे।
बता दें कि मध्य प्रदेश में 15 साल बाद कांग्रेस सत्ता में लौटी है। बुधवार को कांग्रेस की तरफ से सरकार बनाने का दावा पेश किया गया। बीएसपी और एसपी ने भी कांग्रेस को समर्थन देने का ऐलान किया है। शिवराज ने भावुक अंदाज में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, ‘7.5 करोड़ मध्य प्रदेशवासी मेरे परिवार के सदस्य हैं, उनका सुख मेरा सुख व उनका दुख मेरा दुख है। मैंने पूर्ण क्षमता के साथ अपनी टीम के साथ मिल कर प्रदेश का विकास और जनता का कल्याण करने की कोशिश की है, किसी भी प्रकार की कसर कहीं नहीं छोड़ी। जाने-अनजाने मेरे किसी काम से, मेरे शब्दों, मेरे किसी भाव से साढ़े 7 करोड़ मेरे मध्य प्रदेश के भाई-बहनों के मन को कोई कष्ट हुआ तो मैं क्षमाप्रार्थी हूं।’
“जाने-अनजाने मेरे किसी काम से, मेरे शब्दों, मेरे किसी भाव से साढ़े 7 करोड़ मेरे मध्य प्रदेश के भाई-बहनों के मन को कोई कष्ट हुआ तो मैं क्षमाप्रार्थी हूं।”-विदाई भाषण में शिवराज सिंह चौहान
इस्तीफे के बाद पहली प्रेस वार्ता में चौहान ने कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान जनता की भलाई के लिए काम किया। उन्होंने कहा कि उनकी पूरी कोशिश रही कि प्रदेश का विकास हो। उन्होंने उम्मीद जताई कि जनता के विकास की योजनाएं कांग्रेस जारी रखेगी। उन्होंने कहा कि हम मजबूत विपक्ष की भूमिका निभाएंगे और मेरी चौकीदारी आज से शुरू हो गई है।
शिवराज ने कांग्रेस को अपने वादों को पूरा करने की नसीहत देते हुए कहा, ‘नई सरकार बनाने वाली पार्टी अपने वचनपत्र के मुताबिक 10 दिनों में प्रदेश के किसान भाइयों का कर्ज माफ करे। उन्होंने वादा किया है कि ऐसा न करने पर वे अपना मुख्यमंत्री बदल देंगे।’