जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली। आनंद पर्वत इलाके में दो दिन पहले हुई 19 साल की एक लड़की की नृशंस हत्या के खिलाफ आप कार्यकर्ताओं ने दिल्ली पुलिस मुख्यालय पर प्रदर्शन किया और पुलिस आयुक्त से इस्तीफा मांगा। उन्हें काबू में करने के लिए पुलिस को वाटर कैनन का इस्तेमाल करना पड़ा। मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल शहर में गिरते विधि व्यवस्था पर दिल्ली के पुलिस आयुक्त बी एस बस्सी को मिलने के लिए समन भेजा है।
कमिश्नर बस्सी ने प्रदर्शन कर रहे आप कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि उन्हें समन नहीं भेजा गया है, बल्कि मिलने की रिक्वेस्ट की गई है। इसलिए वह सोमवार शाम चार बजे केजरीवाल से मुलाकात करेंगे। बता दें कि ताजा मामला दिल्ली पुलिस और केजरीवाल सरकार के बीच टकराव की नई वजह बनता जा रहा है। इससे पहले, शुक्रवार को केजरीवाल ने एक इंटरव्यू में पुलिसवालों के लिए ‘ठुल्ला’ शब्द का इस्तेमाल किया था। पुलिस कमिश्नर ने सीएम की भाषा पर आपत्ति जताई थी।
दिल्ली के गृह मंत्री सत्येन्द्र जैन ने भी पुलिस कमिश्नर बीएस बस्सी को चिट्ठी लिखकर 48 घंटे में उनसे सफाई मांगी है। कमिश्नर से पूछा गया है कि आनंद पर्वत मर्डर केस में आरोपियों के खिलाफ एफआईआर क्यों नहीं दर्ज की गई , जबकि पीड़िता ने कई बार इसकी शिकायत की थी। यह भी बताया जाए कि पहले दर्ज कराई गई शिकायतों पर क्या एक्शन लिया गया? शनिवार को मारी गई लड़की के घरवालों से मिलने पहुंचे केजरीवाल ने कहा कि उन्होंने मामले में मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। केजरीवाल ने मीनाक्षी के घरवालों को पांच लाख रुपए का मुआवजा देने की घोषणा भी की। केजरीवाल ने दिल्ली की बिगड़ती कानून व्यवस्था पर कहा, ”दिल्ली पुलिस प्रधानमंत्री के अंडर आती है। तो उन्हें कुछ करना चाहिए या दिल्ली पुलिस को हमें सौंप दिया जाना चाहिए।