जनजीवन ब्यूरो / रांची : लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर झारखंड की तीन सीटों रांची, चतरा और कोडरमा से सस्पेंस खत्म हो गया है. भाजपा से जो सूची जारी की है उसमें रांची से संजय सेठ को टिकट दिया है. भाजपा ने अपने जीते हुए सांसद रामटहल चौधरी को साइड कर दिया है. वहीं चतरा से भाजपा ने सुनील सिंह और कोडरमा से अन्नपूर्णा देवी को टिकट दिया है.
इन तीन सीटों पर पिछले कई दिनों से अटकलों का बाजार गरम था. रांची से रामटहल चौधरी के अलावे आदित्यनाथ साहू, संजय सेठ और अमिताभ चौधरी के नाम पर चर्चा चल रही थी. सभी अटकलों पर विराम लगाते हुए भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने अंतिम समय में संजय सेठ के नाम पर मुहर लगा दी है. संजय सेठ वर्तमान में झारखंड खादी बोर्ड के अध्यक्ष हैं.
वहीं, चतरा सीट पर भी अटकलें लगायी जा रही थी कि गढ़वा के पूर्व विधायक और राष्ट्रीय जनता दल के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गिरिनाथ सिंह को भाजपा टिकट दे सकती है. गिरिनाथ सिंह ने पिछले दिनों ही भाजपा का दामन थामा है. दावा किया जा रहा था कि उन्हें ही चतरा लोकसभा से भाजपा चुनाव लड़ायेगी. लेकिन भाजपा ने सुनील सिंह को ही दुबारा टिकट दिया है. सुनील सिंह वर्तमान में चतरा से भाजपा के सांसद हैं.
आपको बता दें कि अन्नपूर्णा देवी ने भी राष्ट्रीय जनता दल का दामन छोड़कर भाजपा का हाथ थामा है. अन्नपूर्णा भी राजद की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रह चुकी हैं. अन्नपूर्णा का मुकाबला कोडरमा में झारखंड विकास मोर्चा सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी से है.
जानिए अन्नपूर्णा देवी का राजनीतिक सफर
लोकसभा चुनाव 2019 को लेकर झारखंड की तीन सीटों रांची, चतरा और कोडरमा से सस्पेंस खत्म हो गया है. ऐसा माना जा रहा था कि वासंतिक नवरात्र के पहले दिन पार्टी इन सीटों से उम्मीदवारों की घोषणा कर सकती है. भाजपा की ओर से जारी नवीनतम सूची के मुताबिक, रांची से संजय सेठ, चतरा से सुनील सिंह और कोडरमा से अन्नपूर्णा देवी को टिकट दिया गया है.
झारखंड के कोडरमा लोकसभा सीट से अन्नपूर्णा देवी को टिकट मिल गया है. हाल ही में वह राजद छोड़कर भाजपा में शामिल हुईं. भाजपा और अन्य दलों के खिलाफ झंडा बुलंद कर लगातार राजद का परचम लहराने वाली अन्नपूर्णा देवी प्रदेश की राजनीति में गहरी दखल रखती हैं. ऐसे में लालू की करीबी होने के कारण यह भरोसा करना मुश्किल हो रहा था कि वह राजद को छोड़ देंगी.
अन्नपूर्णा देवी ही नहीं, उनके पति स्वर्गीय रमेश प्रसाद यादव की छवि भी सामाजिक न्याय के संघर्ष के पुरोधा के रूप में रही है. कर्पूरी ठाकुर, जयप्रकाश नारायण और लोहिया के विचारों का जिले में वाहक के रूप में पहचान रखने वाले इस परिवार की अन्नपूर्णा देवी अब भाारतीय जनता पार्टी के टिकट पर कोडरमा सीट से लोकसभा का चुनाव लड़ेंगी.
बात करें अन्नपूर्णा देवी के राजनीतिक सफर की, तो उन्होंने वर्ष 1998 में एकीकृत बिहार के मंत्री रहे पति रमेश प्रसाद यादव की मौत के बाद राजनीति में प्रवेश किया था. 1998 में वह भाजपा प्रत्याशी रमेश सिंह को हराकर पहली बार विधायक बनीं थी. इसके बाद वर्ष 2000 में विधानसभा का आम चुनाव, 2005 व 2009 का विधानसभा चुनाव भाजपा व अन्य दलों के उम्मीदवारों को हराकर जीती थीं. उन्हें राजनीति में पहला झटका 2014 में लगा, जब उन्हें भाजपा प्रत्याशी डाॅ नीरा यादव से विधानसभा चुनाव में शिकस्त मिली थी.
भारतीय जनता पार्टी ने कोडरमा सीट के अलावा रांची और चतरा सीट से उपने उम्मीदवार के नाम का एेलान करने में काफी समय लिया. ऐसा माना जा रहा है कि कोडरमा से अन्नपूर्णा देवी को टिकट मिला है, वहीं रांची से संजय सेठ और चतरा से वर्तमान सांसद सुनील सिंह को टिकट की घोषणा की गयी है. रांची से वर्तमान सांसद रामटहल चौधरी का टिकट कटा है, तो वहीं पूर्व प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र राय कोडरमा से मौजूदा सांसद हैं.
इस तरह देखें, तो हजारीबाग से जयंत सिन्हा, जमशेदपुर से विद्युतवरण महतो, खूंटी से अर्जुन मुंडा, पलामू से विष्णु दयाल राम, गोड्डा से निशिकांत दूबे, सिंहभूम से लक्ष्मण गिलुआ, लोहरदगा से सुदर्शन भगत, दुमका से सुनील सोरेन, राजमहल से हेमलाल मुर्मू, धनबाद से पीएन सिंह, रांची से संजय सेठ, चतरा से सुनील सिंह और कोडरमा से अन्नपूर्णा देवी भारतीय जनता पार्टी की तरफ से इस बार के लोकसभा चुनाव में अपनी दावेदारी पेश करेंगे.