जनजीवन ब्यूरो
बेरमो। माओवादियों ने झारखंड के बोकारो जिले में सेंट्रल कोलफील्ड लिमिटेड (सीसीएल) में कोयला उत्खनन में लगे 30 वाहनों को फूंक दिए। राजधानी रांची से 130 किलोमीटर दूर बोकारो जिले के बेरमो क्षेत्र में शुक्रवार देर रात 100 से ज्यादा नक्सलियों ने सीसीएल के कार्यस्थल पर धावा बोल दिया।
बताया जाता है कि सीसीएल की संचालित खासमहल परियोजना में एक बार फिर नक्सलियों ने करीब चार घंटे तक तांडव मचाया है। शुक्रवार की देर रात इस परियोजना के कांटा घर को कब्जे में लेकर माओवादियों ने 30-35 डंपर-ट्रकों को आग के हवाले कर दिया। इस घटना को नक्सलियों ने लेवी के लिए अंजाम दिया है।
सूत्रों के अनुसार चालकों-उपचालकों से डंपर के मालिक का नाम पूछ-पूछकर उनमें आग लगाई जा रही थी। जलाए गए ट्रकों में सबसे ज्यादा आरकेटी कंपनी (सांसद रवींद्र कुमार पांडेय की) की बतायी जा रही है। इस दौरान क्षेत्र में लोगों ने कई चक्र गोली चलने की आवाज भी सुना। इससे पूरे क्षेत्र में दहशत का माहौल रहा। जानकारी के मुताबिक रात करीब साढ़े आठ बजे लगभग डेढ़ सौ की संख्या में नक्सलियों का जत्था यहां पहुंचा। सभी काली वर्दी में थे। इसमें आधी संख्या महिलाओं की थी। सभी आधुनिक हथियार से लैस थे। यहां पहुंचते ही माओवादियों ने चालक-उपचालकों को उनकी गाडी से उतार दिया और उन्हें घेर लिया।
नक्सलियों ने बारी बारी से लाइन में खड़ी गाडिय़ों के मालिक का नाम पूछ-पूछकर उस पर पेट्रोल डाल कर आग लगाते जा रहे थे। माओवादी यह कह रहे थे कि गाड़ी मालिकों ने लेवी देने से इन्कार कर दिया था। यह भी कह रहे थे कि पुलिस ने इस मामले में हस्तक्षेप किया तो उन्हें भी नुकसान उठाना पड़ेगा। इस घटना के दौरान टायर फटने व गोलियों की तड़तड़ाहट से खासमहल कॉलोनी सहित आसपास के इलाके गूंजने लगे। क्षेत्र में दहशत का माहौल है।
घटना को अंजाम देने के बाद माओवादी मार्च पास्ट करते हुए रात करीब साढ़े ग्यारह बजे खासमहल कालोनी शिवमंदिर के रास्ते जंगल में चले गए। बोकारो की एसपी ए विजयालक्ष्मी ने कहा है कि खासमहल की घटना नक्सली घटना है। मामले को देखने के लिए वे स्वयं घटना स्थल पर जा रही हैं। देखना है कि उन लोगों ने क्या और कितना नुकसान पहुंचाया है।बोकारो। बेरमो प्रखंड स्थित गांधीनगर थाना से करीब दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित सीसीएल की संचालित खासमहल परियोजना में एक बार फिर नक्सलियों ने करीब चार घंटे तक तांडव मचाया है। शुक्रवार की देर रात इस परियोजना के कांटा घर को कब्जे में लेकर माओवादियों ने 30-35 डंपर-ट्रकों को आग के हवाले कर दिया। इस घटना को नक्सलियों ने लेवी के लिए अंजाम दिया है।