जनजीवन ब्यूरो / भोपाल : मध्य प्रदेश में किसान कर्जमाफी का मुद्दा नेताओं के सिर चढकर बोल रहा है. इसी क्रम में मंगलवार सुबह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुरेश पचौरी के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल किसानों की कर्जमाफी के सबूत लेकर सीधे पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह के आवास में पहुंचा.
यह नजारा देखने के लिए वहां भीड़ एकत्रित हो गयी. कांग्रेस कार्यकर्ता गाड़ियों में कर्जमाफी से जुड़े दस्तावेज और फाइलों के बंडल लेकर पहुंचे थे. बताजा रहा है कि इन दस्तावेजों में किसानों का नाम, उनके मोबाइल नंबर, जिस बैंक से लोन लिया गया था उसकी सारी जानकारी उपलब्ध है.
यहां चर्चा कर दें कि पीएम मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह के साथ-साथ सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अपने भाषण में कांग्रेस की कर्जमाफी का जिक्र करते हैं. ये नेता चुनाव प्रचार के दौरान प्रदेश की कमलनाथ सरकार को कर्जमाफी पर घेर रहे हैं. भाजपा सीधे-सीधे कर्जमाफी को झूठा बताने का काम कर रही है जिसके बाद कांग्रेस ने इस पर पलटवार किया.
आज सुबह मीडिया से बात करते हुए कांग्रेस के वरिष्ठ कांग्रेस नेता सुरेश पचौरी ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा और कहा कि किसानों की कर्जमाफी का मामला सार्वजनिक है जिसकी सारी जानकारी ऑनलाइन दर्ज है. शिवराज सिंह और भाजपा के दूसरे नेता जनता को गुमराह करने के काम में लगी हुई है. यही कारण है कि हमने आज शिवराज सिंह को किसानों की कर्जमाफी से जुड़ी जानकारी दी है.
शिवराज सिंह का प्रेस कॉन्फ्रेंस
भोपाल में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके शिवराज सिंह ने कहा कि राहुल गांधी ने 10 दिन में कर्जमाफी का वादा किया था, लेकिन अब कह रहे हैं कि ये कर्ज़ा माफ करेंगे, वो कर्ज़ा माफ करेंगे. वादा, सबका कर्ज़ा माफ करने का था. कर्ज़ा माफ नहीं हुआ है. किसानों के साथ धोखा हुआ है. जब तक बैंकों को सरकार पैसा नहीं देगी, कर्ज़ माफ नहीं होगा. केवल सूची बढ़ा देने से कर्ज़ा माफ नहीं हो सकता है. 48 हज़ार करोड़ के अगेन्स्ट 1300 करोड़ रुपये दिया है, तो कैसे कर्ज़ा माफ होगा? मैं फिर कहता हूं कि किसान का कर्ज़ा माफ नहीं हुआ है. मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मुझे कृषि विभाग की किसानों की सूची भिजवाई है. आप बैंकों की सूची दीजिये, कर्ज़ माफ तो बैंक करेंगे. केवल माहौल बिगाड़ने और किसानों को भ्रमित करने से कुछ नहीं होगा.