जनजीवन ब्यूरो
होशंगाबाद/भोपाल । मध्य प्रदेश के हरदा के निकट की मंगलवार रात एक ही जगह पर दो बड़े ट्रेन हादसे में 31 लोगों की जान जाने की खबर है। लोगों के शव घटना स्थल से पांच किलोमीटर दूर तक मिले हैं। मरने वालों की संख्या में और बढ़ोत्तरी होने की संभावना है। सैकड़ों लोग घायल हुए हैं । इटारसी-मुंबई रेलवे ट्रैक पर दो ट्रेनें पटरी से उतर गईं। मुंबई-वाराणसी कामायनी एक्सप्रेस के 6 डिब्बे, जबकि पटना से मुंबई जा रही जनता एक्सप्रेस के 4 डिब्बे और इंजन पटरी से उतर गए।
रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने कहा कि यह प्राकृतिक आपदा है। इसके आगे हम सभी बेबस हैं। वहीं, सीएम शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि जहां हादसा हुआ है, वहां से 5 किमी दूर तक लोगों के शव मिले हैं। सीएम ने कहा, ”मैं लगातार रेल मंत्री सुरेश प्रभु और पीएम नरेंद्र मोदी के संपर्क में हूं और उन्हें पल-पल की जानकारी दी जा रही है। इससे पहले, चौहान ने बुधवार सुबह एक इमरजेंसी मीटिंग बुलाई।
यूपीए सरकार में रेल मंत्री रह चुके मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि रेलवे को बारिश, जाड़े या बाढ़ के हालात से निपटने की तैयारी रखनी चाहिए। रेल मंत्रालय ने दूरदर्शिता क्यों नहीं दिखाई?
सभी घायलों को घटनास्थल से हटाया गया। रेस्क्यू ऑपरेशन पूरा, कोई छूट न जाए, इसलिए मौके पर आखिरी बार किया जा रहा सर्च।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट करके हादसे में मारे गए लोगों के लिए संवेदनाएं जाहिर की।
रेलवे बोर्ड के चेयरमैन एके मित्तल ने कहा, ”कुछ देर पहले भी गुजरी थी ट्रेन। सब कुछ नॉर्मल था। ऐसा लगता है कि अचानक से आई बाढ़ की वजह से ट्रैक डिस्टर्ब हुए और डिरेलमेंट हो गया।”
खिरकिया के भिरंगी और मसनगांव के बीच 668/10 पुलिया पर ट्रैक के नीचे की मिट्टी बह जाने की सूचना इटारसी स्टेशन पर मिलने के बाद रात 12 बजे मेडिकल यान रवाना हुआ। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने देर रात मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान से बात की। दोनों ने रेस्क्यू ऑपरेशन के बारे में बातचीत की। प्रभु ने रात 1.45 बजे ट्वीट कर बताया कि हरदा के पास माचक नदी के पुल पर हुई रेल दुर्घटना में मध्य प्रदेश सरकार का सहयोग लिया जा रहा है।
हादसे की जानकारी मिलने के बाद होशंगाबाद अस्पताल प्रशासन को अलर्ट कर दिया गया। कलेक्टर संकेत भोंडवे ने बताया कि इटारसी रेल प्रशासन से कुछ लोगों के घायल होने की सूचना मिली। इसलिए सभी अस्पतालों को अलर्ट कर दिया है।