जनजीवन ब्यूरो
मुंबई। मरीज का ऑपरेशन कर रहे डॉक्टर को हार्ट अटैक होने से मरीज को कार्डिएक अटैक हो गया और ऑपरेशन के 15 मिनट बाद ही उसकी मौत हो गई। लेकिन मृतक के परिजनों ने ऑपरेशन करने वाले डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
मुंबई के वामन जारे (65) के बाएं फेफड़े में पानी भर गया था, इलाज के लिए 4 अगस्त को उन्हें सियोन अस्पताल में भर्ती कराया गया। मंगलवार को डॉक्टर उसे ऑपरेशन के लिए ले गए। इस दौरान इलाज कर रहे रेजिडेंट डॉक्टर को पैनिक अटैक आ गया। बाद में उसके ऑप्शन के तौर पर आनन-फानन में एक लेडी डॉक्टर को ऑपरेशन के लिए भेजा गया। जिसने मरीज के दाएं की बजाय बाएं फेफड़े को पंक्चर कर दिया। इसके 15 मिनट बाद ही मरीज की हालत बिगड़ने लगी और कार्डिएक अटैक से उसकी मौत हो गई।
मृतक वामन के परिजनों ने उनकी सहमति नहीं लेने और सीनियर डॉक्टरों गैर मौजूदगी में ऑपरेशन करने का आरोप लगाया है। इसके बाद हॉस्पिटल में हुई इंटरनल जांच में माना गया है कि लेडी डॉक्टर ने गलती से मरीज के बाएं फेफड़े की जगह दाएं को पंक्चर कर दिया। जिससे मरीज की असमय मौत हो गई। हॉस्पिटल के एक्जीक्यूटिव डीन एन.डी. मौलिक ने पूरे मामले को ‘मानवीय भूल’ बताया है। हॉस्पिटल के एक ही वार्ड में 84 मरीज भर्ती थे, जिनके इलाज के लिए सिर्फ 2 ही डॉक्टर तैनात थे।