जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली। समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने बलात्कार को लेकर दिए बयान पर नया विवाद खड़ा कर दिए हैं। मुलायम सिंह ने एक कार्यक्रम में कहा कि एक महिला के साथ चार लोग कैसे बलात्कार कर सकते हैं, ये व्यावहारिक नहीं है।
मुलायम सिंह के इस बयान को लेकर उनकी काफ़ी आलोचना की जा रही है। सोशल मीडिया पर भी मुलायम सिंह लोगों के ग़ुस्से का सामना कर रहे हैं।
इससे पहले भी मुलायम सिंह ने बलात्कार पर विवादित बयान दिया था कि लड़कों से ग़लती हो जाती है। इसके लिए उन्हें मौत की सज़ा नहीं देना चाहिए।
भाषण के दौरान सपा प्रमुख ने कहा कि ऐसे भी केस हुए हैं कि एक व्यक्ति ने रेप किया और पीड़ता ने सिर्फ बदला लेने के लिए चार पर उसका दोष लगा दिया। उन्होंने कहा, “निर्दोषों को सज़ा नहीं मिलनी चाहिए ना ही उनका उत्पीड़न होना चाहिए।”
मुलायम सिंह ने अपनी बात जारी रखते हुए आगे कहा कि ऐसे केस हुए हैं जिसमें एक पीड़िता ने चार भाइयों पर रेप करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा- रेप एक ने किया चार पर रिपोर्ट लिखवा दी। कभी हो सकता है क्या? ये तो प्रैक्टिकल ही नहीं है।
मुलायम ने कहा कि उत्तरप्रदेश में उनकी पार्टी की सरकार को बदनाम करने का अभियान चलाया जा रहा है। बदायूं बलात्कार केस का उदाहरण देते हुए सपा प्रमुख ने कहा कि इस केस का ज़रूरत से ज़्यादा बढ़ा चढ़ा कर प्रचार किया गया।
उन्होंने कहा, “सीबीआई ने केस की जांच की और पाया कि बलात्कार तो हुआ ही नहीं था, लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के बेटे राहुल भी बदायूं पहुंच गए और कानून व्यवस्था को लेकर राज्य सरकार की निंदा की।”
बदायूं में वो स्थल जहां दो लड़कियों का शव पाया गया था। मुलायम ने कहा कि बीजेपी शासन वाले राज्यों के देखते उत्तरप्रदेश में रेप के केस सबसे कम हैं। उन्होंने कहा, “यहां तो रेप केस की दर सिर्फ दो फीसदी है जबकि मध्यप्रदेश में ये 9 फीसदी और राजस्थान में 7 फीसदी है। दिल्ली में तो हालत और ख़राब है।”
अनेक महिला अधिकार से जुड़ी कार्यकर्ताओं ने मुलायम यादव के बयान की कड़ी निंदा की है।
बीजेपी की शाज़िया इल्मी ने ट्वीट पर कहा, “ मुलायम सिंह यादव ने एक तरह से रेप को उकसाया ही है। क्या उन्होंने गैंगरेप के बारे में नहीं सुना? शोचनीय है।”
कांग्रेस नेता शोभा ओज़ा ने कहा, “ पहले भी उन्होंने ऐसा ही बयान दिया था। आज भी उन्होंने कहा कि गैंगरेप मुमकिन नहीं है। इस तरह के बयानों से बदमाशों को ये सब करने का बढ़ावा ही मिलता है। ”
ट्विटर पर भी लोग अपना ग़ुस्सा मुलायम पर उतार रहे हैं। मेघा शर्मा ने लिखा है, “मुलायम रेप मामलों के विशेषज्ञ लगते हैं।”
श्रीनिवासलिखते हैं, “(मुलायमसिंह) एमपी बनने लायक नहीं और वो पीएम बनने का सपना देख रहे हैं, वाह री किस्मत!”
पत्रकार राहुल कंवल लिखते हैं, “मुलायम सिंह यादव सबसे बड़े नारी विरोधी हैं. ऐसे पुरुषवादियों को 21वीं सदी के भारत का प्रतिनिधित्व नहीं करना चाहिए। शर्मनाक है!”