जनजीवन ब्यूरो
नयी दिल्ली। कश्मीरी अलगाववादियों के मुद्दे पर भारत और पाकिस्तान दोनों द्वारा अपने-अपने रुख पर अड़ जाने से राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) स्तर की वार्ता पर गहराई आशंकाओं के बीच विदेश मंत्री सुषमा स्वराज आज दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन करेंगी। अपनी निर्धारित दिल्ली रवानगी से एक दिन पहले पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सरताज अजीज ने भी इस्लामाबाद में एक प्रेस वार्ता रखी है। पाकिस्तान के एनएसए का अपने भारतीय समकक्ष अजीत डोभाल के साथ कल और परसों चर्चा करने का कार्यक्रम है।
पाकिस्तान को भारत जहां यह स्पष्ट कर चुका है कि अलगाववादियों और अजीज के बीच मुलाकात उचित नहीं होगी, वहीं पाकिस्तान इस बात पर अड़ा है कि वह अलगाववादी हुर्रियत नेताओं से वार्ता करने की अपनी ‘‘विगत समय से चली आ रही परिपाटी’’ से पीछे नहीं हटेगा। भारत ने हुर्रियत प्रतिनिधियों को पाकिस्तान के आमंत्रण को ‘‘भड़काऊ कदम’’ करार दिया है और आरोप लगाया कि इस्लामाबाद आतंकवाद पर वास्तविक चर्चा करने की अपनी प्रतिबद्धता से बचने की कोशिश कर रहा है जिस पर वह पिछले महीने रूस के उफा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नवाज शरीफ के बीच हुई बैठक में सहमत हुआ था।
भारत ने कहा है कि पूर्व शर्त के रूप में हुर्रियत नेताओं से मिलने की इस्लामाबाद की जिद उफा सहमति से पूरी तरह भागने का प्रयास है। इसके अतिरिक्त, भारत का हमेशा से यह रुख रहा है कि द्विपक्षीय संबंधों में तीन नहीं, सिर्फ दो पक्ष हैं। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कल कहा था कि एकतरफा ढंग से नयी शर्तें थोपना और ‘‘सहमत एजेंडे को तोड़ना-मरोड़ना आगे बढ़ने का आधार नहीं हो सकता।’’ पाकिस्तान ने बीती रात कहा था कि वह एनएसए स्तर की वार्ता के लिए भारत द्वारा ‘‘पूर्व शर्त’’ लगाए जाने से ‘‘काफी निराश’’ है। उसने भारत पर आरोप लगाया कि वह ‘‘बेमतलब रिपीट बेमतलब बहाने कर’’ उच्चतम स्तर पर बनी सहमति के फैसले से पीछे हट रहा है। पाकिस्तानी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा, ‘‘यह दूसरी बार है जब भारत बेमतलब रिपीट बेमतलब बहाने कर समग्र वार्ता करने के लिए दोनों देशों के प्रधानमंत्रियों के बीच हुई सहमति के फैसले से पीछे हट रहा है।’’