जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली। गुजरात में आरक्षण की मांग को लेकर पटेल समुदाय को गोलबंद करने वाले हार्दिक पटेल अब गुर्जर समुदाय को अपने आरक्षण आंदोलन से जोड़ने की मुहिम में जुटे हैं। हार्दिक पटेल दिल्ली,उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा के गुर्जर नेताओं से संपर्क कर रहे हैं,ताकि इस आंदोलन को तेज करके केंद्र सरकार पर दबाव बनाया जा सके। इसी के तहत पटेल हार्दिक पटेल के आज राष्ट्रीय राजधानी में जाटों और गुर्जरों समेत आरक्षण की मांग कर रहे अन्य नेताओं से बातचीत करने की संभावना है। हार्दिक ने कहा कि वह भविष्य की योजना बनाने के लिए दिल्ली आये हैं, किसी मंत्री से मिलने के लिए नहीं।
हार्दिक पटेल के जातीय आरक्षण की मांग वाले आंदोलन के पहले चरण का भले ही अंत माना जा रहा हो, लेकिन इस जंग में वे दो कदम आगे बढ़कर वार करने के लिए एक कदम पीछे खींचने की रणनीति पर नजर आ रहे हैं। न तो अभी उनके तेवर ढीले हुए हैं और न ही मूल मंशा ही खत्म हुई है। हार्दिक पटेल अब अपने आंदोलन को कहीं अधिक व्यापक स्वरूप देने की तैयारी में हैं। यही कारण है कि उनकी कोशिश पटेलों के साथ ही दूसरे जातीय समुदायों को भी इस तरह के आंदोलन में सहभागी बनाने की है। हार्दिक पटेल के अपनी जाति की सीमा से बाहर जाने की बातें उनके दीर्घकालिक कार्ययोजना तैयार करने के इरादे से हैं, जो अन्य समुदाय के साथ मिलकर व्यापक रणनीति बनाकर आरक्षण आंदोलन को व्यापक रूप देने की कवायद कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, मध्य प्रदेश और अन्य राज्यों में गुर्जर समुदाय को इस आंदोलन से जोड़कर वे केंद्र सरकार पर दबाव बनाने की तैयारी में हैं। दरअसल गुर्जर समुदाय भी यहां पटेल समुदाय की श्रेणी में है जो अपने नामों के आगे पटेल भी लिखते हैं, इसी का फायदा हार्दिक पटेल के आंदोलन को मिलने की संभावना है। गौरतलब है कि गुर्जरों की आरक्षण की मांग सालों से जारी है जो समय-समय पर तेज होती रही है। गुर्जर आंदोलन में भी पिछले सात-आठ सालों में दर्जनों लोगों की मौत हो चुकी है। सूत्रों की माने तो हार्दिक दिल्ली में मध्यप्रदेश व उत्तरप्रदेश के गुर्जर व पटेल समुदाय के नेताओं के साथ बैठक करके दिल्ली में एक बड़ा शक्ति प्रर्दान करने की तैयार में है। सूत्रों के अनुसार दिल्ली के बाद वे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को पहले ही अपना इरादा बता चुके है, जिन्होंने हार्दिक के आंदोलन का समर्थन किया है।
हार्दिक पटेल का सीधा सिद्घांत है कि अगर आरक्षण देना है तो हम पटेलों को भी दो नहीं तो किसी को मत दो। उनका कहना है कि उनके समुदाय के लडके 8० से 9० प्रतिशत अंक लाने के बावजूद सरकारी नौकरी नहीं पा पाते हैं और दूसरे समुदाय के लडके आरक्षण के बल पर नौकरी पा लेते हैं। उन्होंने कहा कि इसी मजबूरी वश उन्हें कारोबार करना होता है। उन्होंने कहा है कि एससी व एसटी समुदाय को आरक्षण है फिर भी वे सामान्य श्रेणी से भी नौकरी पा रहे हैं। हार्दिक पटेल ने यह भी कहा है कि वे देश की राजनीति व सिस्टम को बदलना चाहते हैं। वे कहते हैं कि वह यहां राजनीतिक करने के लिए नहीं आया, पर वह रिमोट कंट्रोल से इसे बदलना चाहते है।