जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह की अध्यक्षता में हुई पार्टी महासचिवों की बैठक में बिहार चुनाव अभियान की समीक्षा की गयी। पार्टी ने दावा किया कि उसने राज्य के एक करोड़ नये मतदाताओं में से अधिकतर के साथ तथा अपने 84 लाख से अधिक नये सदस्यों के साथ संपर्क साध लिया है।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि पार्टी में यह आम राय है कि भाजपा नीत राजग प्रचार में आगे चल रहा है तथा उसने इस महत्वपूर्ण विधानसभा चुनाव में विकास को मुख्य एजेंडा बनाने में सफलता हासिल की है।
यह समीक्षा ऐसे समय की गयी जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी चुनाव तिथियां घोषित किए जाने से पहले राज्य के चार विभिन्न कोनों में अपनी चार रैलियां कर चुके हैं।
इस बैठक में केन्द्रीय मंत्री जगत प्रकाश नड्डा और पीयूष गोयल ने भी हिस्सा लिया। नड्डा जहां पार्टी के संसदीय बोर्ड के सदस्य हैं वहीं गोयल इसके कोषाध्यक्ष हैं।
भाजपा के सचिव श्रीकांत शर्मा ने कहा कि उनके प्रचार अभियान में नौ कमिशनरियों और सभी 243 विधानसभा सीटों पर प्रमुख पार्टी नेताओं की रैलियों की योजना बनाई गई है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लालू प्रसाद के नेतृत्व वाले जदयू.राजद गठबंधन पर प्रहार करते हुए शर्मा ने कहा कि हमें विकास को चुनावी मुद्दा बनाने में सफलता मिली है जबकि हमारे विरोधी इसे जातिवाद एवं सांप्रदायिकता पर केन्द्रित रखना चाहते हैं।
शर्मा ने कहा कि महागठबंधन द्वारा रविवार को आयोजित की गयी स्वाभिमान रैली ने दिखा दिया है कि लालू यादव ही उसके मुख्य नेता हैं तथा कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की स्थिति मेहमान कलाकार की रह गयी है।