जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर राजग घटक दलों के बीच रुठने मनान का दौर जारी है। एक को मनाया जात है तो दूसरा रूठ जाता है। पहले लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान नाराज चल रहे थे तो अब पूर्व मुख्यमंत्री एवं हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जीतन राम मांझी। घटक दलों के नेताओं को मनाने के लिए दिल्ली से लेकर पटना तक सिलसिला जारी है। बिहार विधानसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे के लिए राजग के घटक दलों में वार्ता का दौर जारी है जबकि पूर्व मुख्यमंत्री एवं महादलित नेता जीतन राम मांझी ने उन्हें पेश की गई सीटों की संख्या पर भाजपा के साथ मतभेदों को रविवार को तवज्जो नहीं देते हुए कहा कि वह परेशान नहीं हैं।
मांझी की पार्टी ‘हम’ के सूत्रों ने दावा किया कि पार्टी को कल के मुकाबले आज ज्यादा सीटों की पेशकश की गई। वे किसी सकारात्मक नतीजे के प्रति आशावान दिखे। इस बीच, बिहार चुनाव के प्रभारी एवं केन्द्रीय मंत्री अनंत कुमार समेत वरिष्ठ भाजपा नेताओं ने महादलित नेता से यहां मुलाकात की।
उधर, मांझी को शांत करने की कोशिशें तेज करते हुए केन्द्रीय मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान एवं भूपेन्द्र यादव ने भी महादलित नेता से मुलाकात की। भाजपा अपने दो सहयोगी राम विलास पासवान नीत लोजपा और उपेन्द्र कुशवाहा नीत आरएलएसपी के साथ सीटों के बंटवारे को अंतिम रूप दे चुकी है।
शनिवार देर शाम भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के साथ मांझी ने मुलाकात सीट बंटवारे को लेकर चर्चा की। लेकिन बात नहीं बनी। शाह से मुलाकात के बाद पत्रकारों से मांझी ने कहा कि सीट शेयरिंग पर अभी सहमति नहीं बनी है। रविवार सुबह एक बार फिर अमित शाह से उनकी मुलाकात होगी। साथ ही उन्होंने कहा कि वे कल दोपहर बारह बजे दिल्ली से बिहार के लिये रवाना हो जायेंगे। उधर, अमित शाह से मुलाकात करने पहुंचे भाजपा नेता गिरिराज सिंह ने इस संबंध में पूछे जाने पर कहा कि कोई नाराज नहीं है, सब कुछ ठीक-ठाक है। समय आने पर सब ठीक हो जायेगा।
यही कारण है कि आज भाजपा सीट शेयरिंग की घोषणा नहीं कर सकी। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह सीट शेयरिंग का औपचारिक ऐलान करते।
भाजपा नेता अश्विनी चौबे दलील देते हैं कि सब ठीक है और कहीं कोई नाराज नहीं है। जानकारी के मुताबिक भाजपा की ओर से उनकी पार्टी को 15 सीटें दिये जाने की बात की जा रही है। जबकि रामविलास पासवान ने मांझी के 9 उम्मीदवारों पर ऐतराज जताया, जिससे विवाद पैदा हो गया.
जीतनराम मांझी को मनाने के लिए दिन भर बैठकों का दौर जारी रहा, लेकिन अंतिम रुप से इस मामले पर सहमति नहीं बन पाई। भाजपा नेता भूपेंद्र यादव व धर्मेंद्र प्रधान भी उनको मनाने की पूरी कोशिश की। इसके बाद दोनों प्रमुख नेताओं के साथ मांझी भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से मिलने पहुंचे थे।
एनडीए में सीटों का फॉर्मूला
बिहार में कुल 243 सीटों को लेकर गंठबंधन में सहमति बन जाने की बात हो रही है. सूत्रों की मानें तो 162 सीटों पर भाजपा खुद चुनाव लड़ेगी. रामविलास पासवान नित लोक जनशिक्त पार्टी 41 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. इसी प्रकार जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा को 15 सीट दी जायेगी. उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक समता पार्टी को बिहार में चुनाव लड़ने के लिए 25 सीटें प्रदान की जायेंगी. बिहार चुनाव प्रभारी अनंत कुमार ने कहा सीटों पर फैसला हो गया है. शाम को ऐलान होगा. लेकिन सीट शेयरिंग पर पेंच फंसता दिख रहा है और औपचारिक एलान किये जाने में अभी और वक्त लग सकता है.
पासवान पर परिवार वाद की राजनीति का मांझी लगा चुके है आरोप
बता दें कि पहले जीतन राम मांझी ने रामविलास पर हमला बोलते हुए उनपर परिवार वाद की राजनीति का आरोप लगाया था. उसके बाद दोनों में मतभेद दूर हो गया था. अमित शाह की मध्यस्था के बाद दोनों ने किसी भी विवाद को समाप्त करने का निर्णय लिया. उस समय मीडिया में इस बात की चर्चा थी कि सीट बंटवारे पर भाजपा को रामविलास पासवान और मांझी की ओर से संकट का सामना करना पड़ेगा. लेकिन तताम अटकलों को दूर करते हुए एनडीए ने सीट बंटवारे के मुद्दे को सुलझाने का दावा किया है.
पहले भी हुई बातचीत
मालूम हो कि उपेंद्र कुशवाहा, भूपेंद्र यादव और धर्मेंद्र प्रधान ने दिल्ली में बिहार चुनाव प्रभारी अनंत कुमार से मुलाकात की. वहीं जीतन राम मांझी ने अमित शाह से मुलाकात की. इसके बाद सुबह ही हम पार्टी की कोर कमेटी की बैठक बिहार निवास में हुई. इससे जुड़ी कोई जानकारी अभी सार्वजनिक नहीं की गयी है. लोजपा सुप्रीमो रामविलास पासवान के अड़ियल रवैये के बाद शुक्र वार दोपहर तक तो भाजपा उनके मान-मनौव्वल में लगी रही, लेकिन शाम होते-होते वह थोड़ा सख्त हुई.
भाजपा के सख्त होते ही रामविलास के तेवर नरम पड़ गये. इसका परिणाम यह हुआ कि लोजपा सुप्रीमो रात के साढ़े 11 बजे भाजपा अध्यक्ष अमित शाह से मिलने पहुंचे. लोजपा संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा कि सीटों के बंटवारे का मामला सुलझ गया है. भाजपा के बिहार चुनाव प्रभारी अनंत कुमार ने भी कहा कि पासवान के साथ अच्छी बातचीत हुई. शनिवार को एनडीए की बैठक होने की संभावना है, जिसमें सीटों को लेकर आधिकारिक घोषणा कर दी जायेगी.
बताया जा रहा है कि लोजपा और भाजपा के बीच फंसी पेंच में नरेंद्र सिंह के बेटों के टिकट का मामला तथा भाजपा द्वारा लोजपा से उम्मीदवारों के नाम मांगना है. सीट शेयरिंग के मामले में भाजपा अब काफी सोच-समझ कर कदम रख रही है. भाजपा नेतृत्व इस मुद्दे को बहुत तूल इसलिए नहीं देना चाहता है कि इसको लेकर कोई ऐसा संदेश न जाये कि महागंठबंधन को कहने का कुछ मौका मिल जाए. भाजपा नेता इस बात से भी सकते में हैं कि वे लोग सबसे अधिक निश्चिंत रामविलास पासवान को लेकर ही थे. रालोसपा व हम तो भाजपा के साथ पूरी तरह खड़ी नजर आयी, लेकिन भाजपा के साथ पहले से खड़ी लोजपा के रु ख में गुरु वार की शाम से परिवर्तन आ गया.