जनजीवन ब्यूरो / मुंबई । एशिया के सबसे बड़े स्लम में से एक धारावी में कोरोना वायरस के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। शनिवार को दो और लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है। इसके साथ धारावी में कोरोना मरीजों की संख्या पांच हो गई है। धारावी में लगातार बढ़ते मामले से न सिर्फ महाराष्ट्र सरकार की बल्कि केंद्र सरकार की भी चिंता बढ़ गई है।
घनी बस्ती और हजारों झुग्गियों वाले मुंबई के धारावी इलाके में 56 वर्षीय एक शख्स की कोरोना वायरस से हाल ही में मौत हुई है। उसके अलावा अब तक 2 अन्य लोगों में कोरोना संक्रमण पाया गया था। शनिवार को दो और लोगों में कोरोना के संक्रमण की पुष्टि होने से वहां रहने वाले लोगों और स्थानीय प्रशासन की मुश्किल बढ़ गई है।
मुंबई के धारावी इलाके में अब तक 5 कोरोना पॉजिटिव मरीजों का मिलना एक बड़े खतरे की घंटी है। यहां हजारों की संख्या में झुग्गियां हैं और करीब 10 लाख लोग यहां रहते हैं। ऐसे में इस इलाके में संक्रमण फैलने का खतरा देखते हुए अधिकारियों के बीच हड़कंप है। झुग्गियों की घनी आबादी के बीच कोरोना के मरीज के मिलने के बाद अधिकारी अब संक्रमण के खतरों को रोकने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
धारावी में जिस 56 वर्षीय युवक की जान इस खतरनाक वायरस की वजह से गई, वह दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात के कार्यक्रम में हिस्सा लेकर आए लोगों के संपर्क में आया था। जानकारी के मुताबिक, जमात में शामिल होकर 22 मार्च को मुंबई लौटीं पांच महिलाएं मृतक के ही एक अन्य फ्लैट में रुकी थीं।
बीएमसी ने मृतक के 15 हाई रिस्क कॉन्टैक्ट्स का कोरोना टेस्ट करवाया था। निजामुद्दीन मरकज में तबलीगी जमात के कार्यक्रम में करीब 13 हजार लोगों ने हिस्सा लिया था, जिनमें से 1000 से ज्यादा के कोरोना संक्रमित होने की जानकारी अभी तक सामने आई है।