मृत्युजय कुमार / नई दिल्ली । उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने मई दिवस के अवसर पर मजदूरों व गरीबों के लिए कई कल्याणकारी योजनाएं शुरु की है। योगी सरकार राज्य के 30 लाख श्रमिकों को 300 करोड़ रूपए भरण पोषण भत्ते देने की घोषणा की है। इतना ही नहीं सीएम की तरफ से प्रत्येक श्रमिक के खाते में एक एक हजार रूपये का भरण पोषण भत्ता दिया जाएगा। माना जा रहा है कि सरकार की इस योजना से गरीब व मजदूर वर्ग के लोगों को काफी राहत मिलेगी।
बताया जाता है कि आज ‘मई दिवस’ के अवसर पर श्रमिकों से वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से संवाद भी स्थापित करने जा रहे हैं सीएम योगी आदित्यनाथ।
श्रमिकों और जरूरतमंदों के मद्देनजर 18 करोड़ को राशन उपलब्ध कराया गया है। आज मई दिवस से दुबारा राशन देने का अभियान भी शुरू किया गया है।इस योजना के तहत यूपी के प्रवासी श्रमिक या कामगार देश के किसी भी हिस्से में राशन कार्ड का नंबर बता कर ले सकतें हैं राशन। सीएम की तरफ से हर श्रमिक के खाते में एक एक हजार रूपये का भरण पोषण भत्ता भी दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 15 लाख लोगों को रोजगार देने जा रही है। ये अपने प्रदेश के वे लोग हैं जो दूसरे प्रदेशों में काम करते थे, पर कोरोना के बाद हुए लॉकडाउन के कारण लौट आए हैं या आने वाले हैं। सरकार इस बावत कार्ययोजना बना रही है। पंचायती राज के प्रमुख सचिव मनोज कुमार को निर्देशित किया गया है कि ग्राम प्रधानों के माध्यम से मनरेगा और गांव के विकास के कार्यों को आगे बढ़ाएं।
दूसरे प्रदेशों के श्रमिकों को लाने का सिलसिला शुरू हो गया है। इस क्रम में हरियाणा से 82 बसों के जरिए वहां के 16 जिलों से 2224 लोगों को लाया गया। फिलहाल घर जाने के पहले इन सबको तय समय तक क्वारंटाइन सेंटर में रहना होगा। कोरोना का संक्रमण इलाज करने वाले चिकित्साकर्मियों में न फैले इसके लिए हर जिले में अलग से एक-एक टीम बनाई जा रही है। अब तक कोविड फंड में 268 करोड़ रुपए आ चुके हैं।
सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करते हुए करीब 10 हजार श्रमिक पूर्वांचल, गोरखपुर लिंक और बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के निर्माण में लगे हैं। सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य पर अब तक 30 लाख क्विंटल गेहूं खरीद चुकी है। 60 से 70 प्रतिशत खरीद किसानों के घर से हुई है। उप्र ऐसा करने वाला पहला राज्य है। कोरोना के अभूतपूर्व संकट के बावजूद फसलों की कटाई में कोई दिक्कत नहीं आई। सरकार लगातार जरूरतमंदों की मदद में लगी है। अब तक 27 लाख 78 हजार श्रमिकों और निराश्रित व्यक्तियों में कुल 280 करोड़ रुपए वितरित किए गए हैं।