जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली : पेगासस जासूसी कांड, महंगाई और कृषि कानूनों को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर है। संसद से लेकर सड़क तक विपक्ष सरकार को घेरने में जुटा है। बुधवार को राहुल गांधी की अगुवाई में 14 दलों के सांसदों ने संसद भवन से विजय चौक तक पैदल मार्च निकाला। इस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि संसद में सरकार उनकी आवाज दबा रही है।
आज लोकसभा और राज्यसभा में बुधवार को भी पेगासास जासूसी कांड को लेकर जोरदार हंगामा हुआ। विपक्षी दल सरकार से सदन में इस मुद्दे पर चर्चा की मांग पर अड़े हुए हैं और प्रधानमंत्री और गृहमंत्री से जवाब मांग रहे हैं। वहीं, सत्ता पक्ष विपक्ष पर सदन नहीं चलने देने और चर्चा नहीं करने का आरोप लगा लगा रहा है।
राहुल गांधी ने सरकार के आरोपों के जवाब में कहा, हम संसद को बाधित नहीं कर रहे हैं, हम केवल अपनी जिम्मेदारी पूरी कर रहे हैं। पेगासस केस हमारे लिए राष्ट्रवाद, देशद्रोह का मुद्दा है, यह निजता का मामला नहीं है। यह राष्ट्रविरोधी कार्य है।’
राहुल गांधी ने आगे कहा कि नरेंद्र मोदी, अमित शाह ने भारत और उसकी संस्थाओं के खिलाफ पेगासस का इस्तेमाल कर भारतीय लोकतंत्र की आत्मा को झकझोरा है। उन्होंने कहा, ‘हम केवल यह पूछ रहे हैं कि पेगासस सॉफ्टवेयर खरीदा गया या नहीं और क्या इसका उपयोग भारत कुछ लोगों के खिलाफ किया गया? सरकार इस पर कोई चर्चा नहीं चाहती, पीएम नरेंद्र मोदी ने हमारे फोन में ‘हथियार’ डाल दिया है। इस हथियार को आतंकवादियों के खिलाफ, देशद्रोहियों के खिलाफ प्रयोग किया जाना चाहिए। हम नरेंद्र मोदी से सवाल पूछना चाहते हैं कि इस हथियार का इस्तेमाल लोकतंत्र के खिलाफ क्यों किया गया?… पेगासस पर चर्चा होने से पहले हम कहीं नहीं जाएंगे।
राहुल गांधी ने कहा कि मोदी जी ने लोगों के फोन में जासूसी का हथियार डाला। जज, पत्रकारों की जासूसी करवाई गई है। आखिर लोकतंत्र में जासूसी क्यों करवाई जा रही है, जासूसी का इस्तेमाल देश के खिलाफ है। हिंदुस्तान के लोकतंत्र पर यह हमला है। विपक्ष इस मुद्दे पर सदन में चर्चा कराने की मांग कर रहा है, लेकिन सरकार चर्चा को लेकर तैयार नहीं है। राहुल गांधी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि क्या सरकार ने पेगासस सॉफ्टवेयर को खरीदा था या नहीं, इसपर वह सफाई क्यों नहीं देते।
विपक्षी दलों ने भी सरकार पर कसा तंज
राहुल गांधी ने कहा कि आखिर सरकार इस मुद्दे पर चर्चा क्यों नहीं करना चाह रही है। हम सदन में गतिरोध पैदा नहीं कर रहे हैं, हम अपनी जिम्मेदारी निभा रहे हैं। वहीं, शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि ये राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है। ये पहली बार नहीं हुआ है। हम इनके साथ काम कर चुके हैं। ये राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है, इसलिए इस पर विस्तृत चर्चा होनी चाहिए। शिवसेना के बाद सपा सांसद रामगोपाल यादव ने कहा कि सरकार कह रही है कि हम चर्चा के लिए तैयार हैं, फिर क्यों वो चर्चा से भाग रही?
पेगासस जासूसी कांड पर 14 विपक्षी दल एकजुट
कांग्रेस समेत 14 विपक्षी दलों के नेताओं ने सरकार को घेरने और दबाव बनाने की रणनीति पर चर्चा की। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के संसद भवन स्थित कक्ष में हुई इस बैठक में खड़गे के अलावा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, शिवसेना के संजय राउत, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रफुल्ल पटेल, द्रमुक के टीआर बालू और अन्य दलों के नेता मौजूद थे।
पेगासस और कुछ अन्य मुद्दों को लेकर पिछले कई दिनों से संसद के दोनों सदनों में गतिरोध बना हुआ है। 19 जुलाई से मॉनसून सत्र आरंभ हुआ था, लेकिन अब तक दोनों सदनों की कार्यवाही बाधित रही है। विपक्षी दलों का कहना है कि पेगासस जासूसी मुद्दे पर चर्चा कराने के लिए सरकार के तैयार होने के बाद ही संसद में गतिरोध खत्म होगा।
जनता, किसानों और देश से जुड़े मुद्दे उठा रहे- राहुल गांधी
राहुल ने कहा कि सरकार विपक्ष को ये कहकर बदनाम कर रही है कि हम संसद की कार्यवाही नहीं चलने दे रहे हैं, लेकिन हम जनता, किसानों और देश से जुड़े मुद्दों को उठा रहे हैं। उन्होंने सत्ता पक्ष पर आरोप लगाया कि जिन मुद्दों पर बात करना चाहते हैं, सरकार बात करने को तैयार नहीं है।