जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री ने कल्याण सिंह के निधन पर शोक जताया है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी उनके निधन पर शोक संवेदना जतायी है. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह 89 वर्ष के थे. उनका लखनऊ के PGI में लंबे समय से इलाज चल रहा था. वे भाजपा के दिग्गज नेता थे. कल्याण सिंह यूपी में भाजपा के पहले सीएम थे. उनके निधन के बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने राज्य में तीन दिन के राजकीय शोक की भी घोषणा की है.
कल्याण सिंह बीते सात दिनों से वेंटिलेटर पर थे. 21 जून को उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने के बाद लखनऊ के लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इसके बाद स्वास्थ्य में सुधार न होने पर 4 जुलाई को उन्हें PGI शिफ्ट किया गया था. कल्याण सिंह पहली बार सीएम बनने के बाद मंत्रिमंडल के सीधे अयोध्या में जाकर राम मंदिर बनाने की शपथ ली थी. 6 दिसंबर 1992 को अयोध्या में बाबरी ढांचा गिराये जाने के दौरान कल्याण सिंह यूपी के मुख्यमंत्री थे. उन्होंने कारसेवकों पर गोली चलाने की अनुमति नहीं दी थी.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और राजस्थान के राज्यपाल भी रह चुके हैं
भाजपा ने दिग्गज नेता कल्याण सिंह का जन्म 5 जनवरी 1932 को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के अतरौली तहसील के मढ़ौली गांव में हुआ था. भाजपा के कद्दावर नेताओं में शुमार होने वाले कल्याण सिंह उत्तर प्रदेश के सीएम और राजस्थान के राज्यपाल भी रहे. एक दौर में कल्याण राम मंदिर आंदोलन के सबसे बड़े चेहरों में से एक थे. उनकी पहचान हिंदुत्ववादी और प्रखर वक्ता के तौर पर थी.
दो बार यूपी के सीएम बने
कल्याण सिंह दो बार यूपी के मुख्यमंत्री रहे. वह भाजपा के यूपी में पहले सीएम भी थे. पहले कार्यकाल में 24 जून 1991 से 6 दिसंबर 1992 तक और दूसरी बार 21 सितंबर 1997 से 12 नवंबर 1999 तक मुख्यमंत्री रहे. 30 अक्टूबर, 1990 को जब मुलायम सिंह यादव यूपी के मुख्यमंत्री थे तो उन्होंने कारसेवकों पर गोली चलवा दी थी.
प्रशासन कारसेवकों के साथ सख्त रवैया अपना रहा था. भाजपा ने मुलायम का मुकाबला करने के लिए कल्याण सिंह को आगे किया. कल्याण सिंह भाजपा में अटल बिहारी वाजपेयी के बाद दूसरे ऐसे नेता थे, जिनके भाषणों को सुनने के लिए जनता सबसे ज्यादा बेताब रहती थी.