जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली : पश्चिम बंगाल में उपचुनाव से पहले भाजपा को करारा झटका लगा है। भाजपा के पूर्व मंत्री रहे बाबुल सुप्रियो ने तृणमूल कांग्रेस का दामना थाम लिया। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी की मौजूदगी में बाबुल सुप्रियो टीएमसी में शामिल हो गए। जुलाई महीने बाबुल सुप्रियो ने अचानक ही भाजपा से इस्तीफा दे दिया था और राजनीति से संन्यास लेने का एलान कर दिया था और एक महीने बाद बाबुल सुप्रियो ने तृणमूल कांग्रेस की सदस्यता ले ली।
बंगाल बीजेपी के फायर ब्रांड नेता बाबुल सुप्रियो शनिवार को तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए। पीएम नरेंद्र मोदी ने कैबिनेट का विस्तार किया, तो बाबुल सुप्रियो को मंत्रिमंडल से बाहर कर दिया गया था। इसके बाद बाबुल ने फेसबुक पर बीजेपी छोड़ने का एलान किया था।
बाबुल सुप्रियो के पार्टी में शामिल होने पर टीएमसी की तरफ से बयान जारी कर बताया गया। टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी और राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन की मौजूदगी में पूर्व केंद्रीय मंत्री और आसनसोल से मौजूदा सांसद बाबुल सुप्रियो टीएमसी में आ गए हैं। हम उनका पार्टी में स्वागत करते हैं।
मोदी मंत्रिमंडल से हटाए जाने के बाद से थे नाराज
पिछले दिनों हुए कैबिनेट विस्तार में मोदी मंत्रिमंडल से हटाए जाने के बाद से ही बाबुल नाराज चल रहे थे। इसके बाद हाल में उन्होंने राजनीति से ही संन्यास लेने की घोषणा की थी। उन्होंने यह भी दावा किया था कि वह और किसी पार्टी में शामिल नहीं होंगे। हालांकि इसके बाद काफी मन मनौव्वल के बाद बाबुल ने कहा था कि वह सांसद पद से इस्तीफा नहीं देंगे। लेकिन शनिवार को वे नाटकीय तरीके से तृणमूल में शामिल हो गए। गायक से राजनीति में आए बाबुल 2014 के लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा में शामिल हुए थे। इसके बाद 2014 में उन्होंने आसनसोल सीट से तृणमूल कांग्रेस की नेता डोला सेन को हराकर पहली बार सांसद चुने गए थे। पहली बार सांसद चुने जाने के बाद उन्हें नरेंद्र मोदी की अगुवाई में बनने वाली पहली सरकार ने भी शामिल किया गया था। इसके बाद 2019 में भी उन्होंने आसनसोल से लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की। इसके बाद उन्हें मोदी सरकार दो में भी मंत्री बनाया गया था, लेकिन कुछ दिनों पहले हुए कैबिनेट विस्तार में उन्हें मंत्री पद से हटा दिया गया था। इसके बाद से ही बाबुल नाराज चल रहे थे। बाबुल सुप्रियो ने टीएमसी में शामिल होकर सबको चौंका दिया है।
अचानक तृणमूल कांग्रेस में हुए शामिल
गौरतलब है कि जुलाई महीने में उन्होंने भाजपा से इस्तीफा देते हुए राजनीति से संन्यास का एलान किया था। इस दौरान उन्होंने फेसबुक पोस्ट पर लिखा था कि जनता की सेवा करने के लिए राजनीति में रहने की जरूरत नहीं है। राजनीति से अलग होकर भी अपने उस उदेश्य को पूरा कर सकते हैं, लेकिन अचानक ही वह तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए।