जनजीवन ब्यूरो / देहरादून । उत्तराखंड में भाजपा ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की युवा नेतृत्व की सरकार बनाने का ऐलान किया है। साफ है कि भाजपा का चेहरा उत्तराखंड में पुष्कर सिंह धामी हैं। लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बीते दिनों में अपने बयानों से मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर भाजपा को असहज कर दिया है। त्रिवेंद्र सिंह रावत ने हरिद्वार में एक कार्यक्रम में प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के 60 पार का लक्ष्य हासिल करने पर मुख्यमंत्री बनने की बात की है।
सोशल मीडिया में भाजपा के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें कार्यकर्त्ता त्रिवेंद्र रावत से कह रहे हैं कि ‘वे मदन कौशिक को मुख्यमंत्री देखना चाहते हैं, इस पर पूर्व मुख्यमंत्री का जवाब है कि इसके लिए भाजपा को 60 से अधिक सीटों पर विजय दिलानी होगी।’ त्रिवेंद्र सिंह रावत के इस बयान के सियासी मायने निकाले जाने चाहिए। मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत हरिद्वार शहर सीट पर भाजपा प्रत्याशी और प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के पक्ष में प्रचार कर रहे थे। भाजपा कार्यकर्त्तााओं और समर्थकों से उन्होंने कहा कि यदि भाजपा इस बार चुनाव में असफल रहती है या फिर उम्मीद से कम सीट जीतती है तो इसका ठीकरा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के सिर फूटेगा। कहा जाएगा कि प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक थे। ऐसा कहकर उन्होंने कार्यकर्त्ताकओं से सवाल पूछा कि क्या वह ऐसा चाहते हैं। उन्होंने कार्यकर्त्ता ओं से यह भी पूछा कि वह चार बार से एक ही शक्ल देखकर बोर तो नहीं हो गए। उनके इस सवाल के जवाब में भाजपा कार्यकर्त्तााओं ने कहा कि वह तो मदन कौशिक को मुख्यमंत्री बनते देखना चाहते हैं। इस पर त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि उन्हें इसके लिए भाजपा को 60 से अधिक सीट पर जिताना होगा। जिसके बाद त्रिवेंद्र सिंह रावत के बयान के सियासी मायने निकाले जाने लगे हैं। इतना ही नहीं इस बयान में त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस बात का जिक्र भी किया कि हरिद्वार से प्रदेश अध्यक्ष नहीं बन सकता था। त्रिवेंद्र के इस बयान से भी आने वाले दिनों में मुश्किल खड़ी कर सकता है।
इतना ही नहीं पहले एक कार्यक्रम में त्रिवेंद्र सिंह रावत ने भाजपा के राजपुर सीट से दलित चेहरे और विधायक खजानदास को भी मुख्यमंत्री बनाने की बात कही थी। त्रिवेंद्र सिंह रावत का कहना था कि जो भी मुख्यमंत्री बनेगा खजानदास सबसे सीनियर विधायक होंगे। ऐसे में खजानदास को मुख्यमंत्री बनाया जा सकता है। त्रिवेंद्र सिंह रावत के इस बयान को हरीश रावत के दलित कार्ड से जोड़ा जा रहा है। लेकिन जिस तरह से त्रिवेंद्र सिंह रावत मुख्यमंत्री को लेकर बयानबाजी कर रहे हैं, उससे भाजपा को असहज महसूस होना पड़ रहा है। भाजपा इस समय पूरे प्रदेश में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के चेहरे को लेकर ही चुनाव मैदान में हैं। ये भी संदेश दिया जा रहा है कि भाजपा की सरकार आने पर पुष्कर सिंह धामी ही मुख्यमंत्री बनेंगे। लेकिन जिस तरह से त्रिवेंद्र सिंह रावत बयानबाजी कर रहे हैं, उससे भाजपा को कांग्रेस के सवालों का आने वाले दिनों में इसका जवाब देना पड़ सकता है।