जनजीवन ब्यूरो / नई दिल्ली : लाखों मरीजों और उनके साथ आने वाले लोगों के लिए एक बड़ी राहत के रूप में जल्द ही अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), नई दिल्ली के परिसर में एक प्रतीक्षालय बनाया जाएगा।
हॉल का निर्माण धानुका समूह द्वारा कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व पहल के अंतर्गत किया जाएगा।
हॉल का भूमि पूजन आज एम्स के निदेशक डॉ. एम. श्रीनिवास, नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के चेयरमैन माननीय न्यायमूर्ति आदर्श कुमार गोयल और धानुका समूह के चेयरमैन आर.जी. अग्रवाल की पावन उपस्थिति में सम्पन्न हुआ।
एम्स परिसर में सामुदायिक केंद्र के पास 80×80 मीटर की सुविधा का निर्माण किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य प्रतीक्षारत रोगियों और उनके साथ आने वाले रिश्तेदारों एवं शुभचिंतकों को बड़ी राहत पहुंचाना है।
इसके चार महीने में पूरा होने की संभावना है और इसमें वॉशरूम, पीने के पानी की सुविधा और जलपान के लिए कैंटीन की सुविधा होगी।
इस अवसर पर बोलते हुए, डॉ. श्रीनिवास ने कहा, “यह आम जन-मानस के लिए सुविधाएं लाने हेतु एक कॉर्पोरेट द्वारा एक सार्वजनिक संस्थान की मदद करने का एक आदर्श उदाहरण है। एम्स अपने उत्कृष्ट चिकित्सा उपचार और स्वास्थ्य देखभाल के लिए दुनिया भर में जाना जाता है। यह सुविधा (प्रतीक्षालय) प्रतीक्षारत मरीजों और उनके साथ आने वाले रिश्तेदारों/शुभचिंतकों के लिए बड़ी राहत लेकर आएगी। हम इस पहल के लिए धानुका ग्रुप को धन्यवाद देते हैं।”
समारोह में बोलते हुए धानुका समूह के अध्यक्ष आर.जी. अग्रवाल ने कहा, “एम्स के साथ साझेदारी करना हमारे लिए सम्मान और सौभाग्य की बात है, कि हम उन लाखों रोगियों के लिए प्रतीक्षालय का निर्माण कर रहे हैं, जो यहां उस बड़े भरोसे के साथ आते हैं जोकि इस संस्थान के प्रति भारतीयों और दुनिया भर के लोगों के बीच रहता है। एक बार शुरू होने के बाद यह 24 घंटे चालू रहेगा और बीमार मरीजों और उनके साथ आने वाले लोगों के लिए उपलब्ध रहेगा।”
समारोह में एम्स की ओर से उपस्थित अन्य गणमान्य व्यक्तियों में प्रोफेसर एवं डीन एकेडमिक डॉ. एम. बाजपेई, प्रोफेसर एवं रजिस्ट्रार डॉ. संजीव लालवानी, प्रोफेसर और प्रभारी – मीडिया सेल डॉ. रीना डाडा, प्रोफेसर और प्रभारी – प्रोटोकॉल डॉ. नंद कुमार, प्रोफेसर एवं प्रभारी-सीएसआर सेल डॉ. अनूप डागर और प्रोफेसर सीसीएम डॉ. संजय राय सहित अन्य फैकल्टी सदस्य, डॉक्टर शामिल रहे।
1956 में स्थापित इस राष्ट्रीय महत्व के संस्थान एम्स को दुनिया भर में सम्मान के साथ देखा जाता है। इसमें शिक्षण, अनुसंधान और रोगी देखभाल के लिए व्यापक सुविधाएं हैं।