जनजीवन ब्यूरो / पटना। बिहार सरकार द्वारा नई शिक्षक नियमावली में संशोधन के विरोध में शिक्षक अभ्यर्थियों का प्रदर्शन जारी है। पटना के जेपी गोलंबर से लेकर डाकबंगला चौराहा तक अभ्यर्थियों ने खूबी हल्ला बोला। नीतीश सरकार के विरोध में अभ्यर्थियों ने आज से महाआंदोलन का आगाज कर दिया है। होने वाले इस प्रदर्शन को लेकर पटना प्रशासन ने भी पहले से तैयारी कर रखी थी। जैसे ही भीड़ डाक बंगला चौराहे पर पहुंची पुलिस ने लाठीचार्ज करना शुरू कर दिया। पुलिस ने शिक्षक अभ्यर्थियों को बेरहमी से दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। जानकारी यह भी मिल रही है कि पटना के गांधी मैदान से भड़काऊ भाषण देने के आरोप में कई छात्र नेताओं को गिरफ़्तार किया गया है। सभी चेक-पॉइंट्स पर मजिस्ट्रेट की तैनाती है। शांति व्यवस्था बनाए रखने को लेकर भारी सुरक्षाबल तैनात किया है।
डोमिसाइल नीति हटाने को लेकर राज्य के शिक्षक अभ्यर्थियों ने पटना के डाकबंगला चौराहा, इनकम टैक्स चौक और जेपी चौक पर जुटे युवाओं ने जगह-जगह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का पुतला फूंका। छात्रों में शिक्षा मंत्री प्रो चंद्रशेखर के बयान को लेकर भी आक्रोश देखा गया।
प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों ने बिहार सरकार से शिक्षक भर्ती प्रक्रिया में दूसरे राज्यों के छात्रों के आवेदन मंगवाने के फैसले को वापस लेने की मांग की और ऐसा करने पर अपना विरोध जारी रखने की चेतावनी दी। प्रदर्शनकारी अभ्यर्थियों को एसटीईटी, सीटीईटी के अलावा प्राथमिक, माध्यमिक और अनुबंध शिक्षकों सहित विभिन्न शिक्षक संघों का समर्थन प्राप्त था।
दौड़ा-दौड़ाकर पुलिस ने पीटा
इस दौरान पुलिस ने छात्रों पर लाठियां भी बरसाईं। छात्रों को पटना की सड़कों पर दौड़ा-दोड़ाकर पीटा गया।डीएसपी कोतवाली कानून एवं व्यवस्था नुरुल हक ने कहा कि प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा। वे सड़कों पर उतर रहे हैं जिससे ट्रैफिक जाम हो रहा है। प्रदर्शनकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे हैं। इसके लिए उन्हें जेल जाना होगा। पुलिस उन्हें नियंत्रित करने के लिए लाठियों का इस्तेमाल कर रही है।
वहीं बिहार सरकार का विरोध कर रहे छात्रों का कहना था कि अन्य राज्यों ने बिहारी छात्रों के लिए अपने दरवाजे बंद कर दिए हैं। अब हमारी सरकार दूसरे राज्यों के छात्रों को मौका देकर हमारे लिए दरवाजे बंद कर रही है। बताया जा रहा है कि प्रदर्शनकारी 10 जुलाई से शुरू होने वाले मानसून सत्र के दौरान विधानसभा का घेराव करने की भी योजना बना रहे हैं।