जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली । अंबेडकर को लेकर अबतक मायावती ही राजनीति करती आ रही थी लेकिन अब अंबेडकर को लपकने की हौड़ भाजपा और कांग्रेस में भी मची हुई है। क्योंकि बिहार व उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। कांग्रेस सालभर तक अंबेडकर की जयंती मनाने की घोषणा की है वहीं भारतीय जनता पार्टी के अंबेडकर प्रेम से सकते में आई कांग्रेस अब बाबा साहेब के ‘आरएसएस’ विरोधी होने के प्रमाण को जनता के सामने रखेगी। जबकि भाजपा और उनसे जुड़े संगठन देशभर में कई कार्यक्रम आयोजित करने जा रही है।
भाजपा के हाथों सरदार बल्लभ भाई पटेल के जयंती कार्यक्रमों में पिछड़ गई कांग्रेस इस बार बाबा साहेब को लेकर पिछड़ना नहीं चाहती। अंबेडकर की जयंती को लेकर साल भर तक राजनीतिक कार्यक्रम चलाने की घोषणा कर चुकी कांग्रेस अब प्रचार के मैदान में भाजपा को पटखनी देने की तैयारी में है। कांग्रेस जल्द ही आरएसएस पर अंबेडकर के विचारों को लेकर एक पुस्तिका का प्रकाशन करेगी।
यह पुस्तिका अंबेडकर को लेकर पार्टी द्वारा देशव्यापी अभियान के दौरान बांटी जाएगी। पार्टी पहले ही अंबेडकर जयंती को लेकर वर्ष भर चलने वाले राजनीतिक कार्यक्रम की घोषणा कर चुकी है। पार्टी अपने मुखपत्र कांग्रेस संदेश में भी कार्यकर्ताओं से अंबेडकर को लेकर भाजपा के गलत प्रचार का विरोध करने को कहेगी। इसी तरह बौद्धिक जगत व साहित्य जगत में भी कांग्रेस भाजपा के प्रचार को रोकने के लिए कार्यक्रमों का आयोजन करेगी। इन कार्यक्रमों में कांग्रेस के इस दावे पर कि अंबेडकर आरएसएस विरोधी थे इतिहासकार व साहित्यकार अपनी बात रखेंगे।
कांग्रेस के मुताबिक, भाजपा के पास देश के स्वाधीनता संग्राम व देश के निर्माण में योगदान देने वाले प्रतीक पुरूष नहीं है। ऐसे में पार्टी कांग्रेस नेताओं को गलत ढंग से अपनी विचारधारा का बताने में जुटी है। भाजपा पहले भी पटेल, सुभाष को लेकर इस प्रकार की राजनीति करती रही है। अब दलित वोटों के लिए वह बाबा साहेब को लेकर गलत प्रचार कर रही है। हकीकत में सरदार पटेल ने संघ पर प्रतिबंध लगाया था। जबकि, अंबेडकर संघ व इसकी विचारधारा के विरोधी रहे थे। गौरतलब है कि भाजपा व कांग्रेस दोनों ही अंबेडकर को लेकर कई कार्यक्रमों का एलान कर चुके हैं जबकि संघ का मुखपत्र ऑर्गनाइजर अंबेडकर को लेकर विशेषांक निकालने वाला है। ऐसे में भाजपा के मुकाबले के लिए कांग्रेस भी प्रचार व साहित्य के मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है।
दूसरी तरफ भाजपा से जुड़े संगठन विश्व हिंदू परिषद दलितों के प्रति सम्मान जताने के लिए देशभर में अलख जगाएगा। दलितों के साथ भोजनकर भाजपा के लिए वोट बटोरने का प्रयास करेगा। इतना ही नहीं आदिवासियों के प्रति प्रेम दिखाने के लिए चार दिनों तक चित्रकुट में आरएसएस वनवासी कल्याण आश्रम का आयोजन करने जा रहा है।