जनजीवन ब्यूरो
कोलकाता : नोटबंदी के फैसले को लेकर आज कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आरबीआई गर्वनर उर्जित पटेल को कोलकाता एयरपोर्ट पर काला झंड़ा दिखाया. वही आरबीआई गर्वनर से धक्कामुक्की की भी खबर सामने आयी है. हलांकि मौके पर मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने उन्हे कड़ी सुरक्षा के बीच विमान तक पहुंचाय़ा. एयरपोर्ट में भारी भीड़ के बीच कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नोटबंदी के खिलाफ नारेबाजी भी की.
बड़े मूल्य के नोटों का चलन बंद करने के निर्णय के खिलाफ तृणमूल कांग्रेस पार्टी (टीएमसी) की ओर से विरोध के बीच भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के गवर्नर उर्जित पटेल ने आज यहां राज्य सरकार के सचिवालय भवन में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की. इस मुलाकात में ममता ने पटेल को नोटबंदी से आम लोगों की परेशानी तथा इसके प्रबंध में ‘राज्यों के बीच राजनीतिक भेदभाव’ को लेकर अपनी चिंताओं से अवगत कराया. बैठक के बाद पटेल ने संवाददाताओं से कहा, ‘मुलाकात अच्छी रही. ‘ इससे पहले पटेल ने आज यहां केंद्रीय बैंक के कार्यालय पर आरबीआई के केंद्रीय निदेशक मंडल की बैठक में भाग लिया. इस दौरान ममता की पार्टी टीएमसी के और विपक्षी मार्क्सवादी कम्यूनिस्ट पार्टी (माकपा) के कार्यकर्ताओं ने वहां आरबीआई के कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया.
ममता से जब इस मुलाकात के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘मैं (पटेल के साथ) मुलाकात से संतुष्ट हूं. मैंने इसमें देश के आम लोगों को हो रही भारी असुविधा का मामला उठाया.प्रधानमंत्री, संसद कोई उपलब्ध नहीं है. कोई जवाब नहीं दे रहा है. वह (पटेल) सीधी बात करने वाले व्यक्ति हैं. मुख्यमंत्री ने कहा, ‘आरबीआई एक बडी संस्था है. हम उसका सम्मान करते हैं. इसका राजनीतिक दुरुपयोग नहीं होना चाहिए.
ममता ने आरबीआई गवर्नर पटेल को संबोधित एक पत्र भी दिया जिसमें कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक एक स्वायत्त निकाय है. इसका एक महान इतिहास है. यह देश में बैंक नोट जारी करता है. इसके गवर्नर के रुप में हम आपस उम्मी करते हैं कि आप संकट की इस घडी में चुप हो जाने और अस्पष्ट होने की बजाए देश की जनता पर नोटबंदी के इस हमले के खिलाफ खडे होगें. ‘ ममता ने पटेल से राज्यों को नए नोट आवंटित करने के स्वरुप की पारदर्शिता की भावना के साथ जानकारी देने को भी कहा है. उन्होंने कहा है कि इस मामलें में राज्यों के बीच राजनीतिक भेदभाव किए जाने की गंभीर चिंता व्यक्त की जा रही है.उन्होंने लिखा है कि नोटबंदी के क्रूर निर्णय से पूरे देश में अभूतपूर्व संकट पैदा हुआ है और दो तिहाई रोजगार देने वाला असंगठित क्षेत्र तबाह हो गया है