जनजीवन ब्यूरो
नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी की पीएसी पार्टी के बागी नेता योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर सकती है। पार्टी दोनो नेता के मामले अनुशासन समिति को भेज सकती है। योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण ने मंगलवार को अपने समर्थकों की रैली कर वैकल्पिक राजनीति पर काम करने के लिए ‘स्वराज अभियान’ नाम का एक नया समूह गठित करने का ऐलान किया था।
विभिन्न राज्यों से आए समर्थकों की आठ घंटे चली बैठक के बाद एक नया समूह ‘स्वराज अभियान’ गठित करने का निर्णय किया गया जो कि ‘स्वराज’ की धारणा को स्थापित करने का प्रयास करेगा और ‘वैकल्पिक राजनीति’ को मजबूती प्रदान करने के लिए काम करेगा। बैठक के बाद पारित एक प्रस्ताव में कहा गया है, ‘स्वराज अभियान रैलियों और विरोध प्रदर्शन के जरिये देश भर के किसानों, महिलाओं और आम लोगों के अधिकारों की लड़ाई लड़ेगा।’
इससे पहले स्वराज संवाद बैठक में हुई रायशुमारी में अधिकतर लोगों ने उन्हें पार्टी में रहकर संघर्ष करने की राय दी। स्वराज संवाद में जुटे AAP बाग़ियों में से 69.89% की राय है कि पार्टी में रह कर संघर्ष किया जाए, जबकि 25.45% लोगों की राय है कि नई पार्टी बनाई जाए, जबकि महज 1.43% ने कहा कि उन्हें आप नेतृत्व पर भरोसा है।