जनजीवन ब्यूरो / हजारीबाग : हजारीबाग लोकसभा सीट पर भाजपा और कांग्रेस के प्रत्याशी की नेताओं और कार्यकर्ताओं की नाराजगी से रातों की नींद उड़ गई है। दोनों पक्षों के कार्यकर्ताओं में खूब तनाव चल रहा है, कोई इस्तीफा दे रहा है, तो कोई अपने ही कार्यकर्ता से नाराज देखे जा रहे हैं।
भाजपा में पार्टी में खूब नाराजगी देखी जा रही है। लगातार इस्तीफा पर इस्तीफा दिया जा रहा है। मंगलवार को आधा दर्जन से ज्यादा भाजपा कार्यकर्ता इस्तीफा दे चुके हैं। इनमें विपिन कुमार सिंह, विजय सिंह, हरेंद्र महतो, रोहित प्रसाद, करू प्रजापति, मनोज कुमार सिन्हा, संजीव कृष्ण, संजय सिंह, सुमित रंजन, संजीव कुमार सिंह शामिल हैं। इस संबंध में मांडू विधानसभा सांसद प्रतिनिधि विपिन कुमार सिन्हा ने बताया कि दो दिन के अंदर 200 से अधिक भाजपा के नेता पार्टी से इस्तीफा देंगे। उन्होंने यह भी कहा कि जहां मान प्रतिष्ठा नहीं मिले वहां काम करने का कोई औचित्य नहीं है। हम नेताओं को शक की दृष्टि से देखा जा रहा है इसलिए हम सभी इस्तीफा दे रहे हैं।
दो दर्जन से अधिक कांग्रेस नेताओं ने नाम नहीं छापने के शर्त पर बताया कि गठबंधन प्रत्याशी जब नामांकन की तैयारी कर रहे थे उस वक्त बड़कागांव में एक सभा हुई थी। उसमें एक वरिष्ठ कांग्रेस नेता को भाषण देने से रोक दिया गया था, जिससे वे नाराज हो गए और भाषण देने से रोकने वाले नेता से कहा कि आपके ही बूथ पर 2019 के चुनाव में पार्टी को तीन वोट पड़े थे। इसके जवाब में पूर्व वरिष्ठ नेता को कहा गया कि आपके भी बूथ पर 10 से 15 वोट पड़े थे और दूसरे को भाषण देने से रोकते हैं।
कई लोगों ने यह भी बताया कि जिले के दो वरिष्ठ नेता भाजपा के हाथों पांच लाख और तीन लाख रुपये में बिक चुके हैं। हजारीबाग सदर विधानसभा क्षेत्र में इकलौता नेता मुन्ना सिंह हैं जो लोकसभा प्रत्याशी की मदद कर रहे हैं और वह दिल खोलकर मैदान में दिख रहे हैं। लेकिन कुछ नेता उनके साथ भी धोखाधड़ी कर रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस को अपने कार्यकर्ताओं को मनाना होगा और प्रत्याशी खुद निगरानी करनी होगी किस बूथ पर कितने वोट इंडिया गठबंधन को मिले।